Aaj Samaj (आज समाज), Case Of Dalit Servant’s Death, करनाल,8जुलाई, इशिका ठाकुर:
दलित नौकर की मौत का मामला, परिजनों ने मौत के 8 दिन बाद पुलिस के साथ बातचीत होने उपरांत मोर्चरी हाउस से अंतिम संस्कार के लिए उठाया शव
करनाल के इंद्री कस्बे के गाँव चुरनी के दलित व्यक्ति प्रेमचंद की मौत को आज 8 दिन हो गए हैं हालांकि मृतक के परिजनों की पुलिस प्रशासन के साथ कई बार बातचीत हुई लेकिन 8 दिन बीत जाने के बाद आज पुलिस प्रशासन के साथ हुई बातचीत के बाद मृतक के परिजनों ने मृतक प्रेमचंद के शव को मोर्चरी हाउस से उठाकर अंतिम संस्कार करने के लिए ले गए. यह मुद्दा करनाल ही नहीं पूरे हरियाणा में छाया हुआ था कि एक नौकर जिसका नाम प्रेमचंद था और जो दलित समाज से संबंध रखता था चुरनी गांव में चप्पल पहन कर वह जमीदार के घर चला गया जहां पर जमीदार के परिवार लोगों के द्वारा उसकी पिटाई की गई इसलिए वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.जहां पर पहले उसको स्थानीय हॉस्पिटल में उपचार के लिए ले जाया गया वहां पर उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया था जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया था.
मृतक प्रेमचंद के परिजनों का कहना है कि पुलिस के साथ उनकी पहले भी कई दफा बातचीत हुई है जिसमें उन्होंने तीन आरोपियों पप्पू जागीरदार,उसकी पत्नी और उनका पड़ोसी परमिंदर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस ने पप्पू जागीरदार और परमिंदर को पूछताछ के लिए राउंडअप किया हुआ था लेकिन परिजनों की मांग थी कि इन तीनों लोगों को गिरफ्तार करके कार्रवाई की जाए. अभी भी पुलिस के द्वारा सिर्फ उन 2 लोगों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया हुआ है. हालांकि इस मामले में इन्हीं तीन लोगों के ऊपर पुलिस के द्वारा धारा 302 सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया हुआ है. जिसकी जांच पुलिस लगातार कर रही है.
वहीं इस मामले में पीड़ित पक्ष पिछले 2 दिन से करनाल पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन से मिलने चाहते थे लेकिन पुलिस अधीक्षक के छुट्टी पर जाने के चलते उनकी मुलाकात उनसे नहीं हो पाई जिसके चलते उन्होंने एएसपी पुष्पा खत्री से शनिवार के दिन मुलाकात की जिस के आश्वासन के बाद परिजन उनकी बात मान गए और अंतिम संस्कार करने के लिए शव को मोर्चरी हाउस से उठा लिया.
आपको बता दें यह मामला 1 जुलाई सुबह 5:00 बजे का बताया जा रहा था जहां पर नौकर प्रेमचंद की उसके मालिक के घर संदिग्ध परिस्थितियों में चोट लग गईं थी जिसकी पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार के दौरान मौत हो गई थी . परिजनों ने आरोप लगाते हुए 3 लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी और शव का पोस्टमार्टम करवा कर 3 तारीख को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के मोर्चारी में रखवा दिया था और कहा था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे .
आपको बता दें कि पिछले दो-तीन दिन से दलित परिवार के साथ जहां उसका पूरा दलित समाज साथ खड़ा हुआ था वहीं अब दूसरे समाज के साथ भी उनके समाज के गणमान्य लोग खड़े हो गए थे दोनों समाज के गणमान्य लोगों की आपस में कई बार पंचायत हुई और उस पंचायत में निष्पक्ष जांच की सहमति बनते हुए पुलिस अधिकारियों से बातचीत की गई जिसके बाद पीड़ित परिवार ने शव को उठाने के लिए पुलिस प्रशासन की बात मान ली और उसके शव को आज करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी हाउस से अंतिम संस्कार के लिए उठा लिया गया. फिलहाल पुलिस अभी भी मामले की जांच में जुटी हुई है.
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