संजीव कौशिक, रोहतक:
Cardiac Surgery Department Excellent: पीजीआईएमएस का कार्डियक सर्जरी विभाग बेहतरीन कार्य कर रहा है। यहां आने वाले मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा नवीनतम मशीनों के साथ उपलब्ध करवाई जाती है। कार्डियक सर्जरी के मरीजों को जहां प्राइवेट अस्पतालों में लाखों खर्च कर आप्रेशन करवाना पड़ता है, वहीं पीजीआईएमएस के कार्डियक सर्जरी विभाग में सभी सर्जरी फ्री में की जाती हैं। यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना का
डा. फ्रैंकलिना को दी बधाई Cardiac Surgery Department Excellent
वे कार्डियक सर्जरी विभाग की एमसीएच की अंतिम वर्षीय छात्रा डॉ. फ्रैंकलिना प्राग को बेस्ट केस पेपर अवार्ड मिलने पर बधाई दे रही थीं। डॉ. फै्रंकलिना की इस उपलब्धि पर कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना, कुलसचिव डॉ.एच.के. अग्रवाल, निदेशक डॉ.एस.एस. लोहचब, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ईश्वर सिंह व विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि डॉ. प्राग ने यह अवार्ड प्राप्त करके संस्थान का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है। अपनी इस उपलब्धि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कोर्डियक सर्जरी विभाग से एमसीएच कर रहीं डॉ. फ्रैंकलिना पराग ने बताया कि इंडियन एसोसिएशन आफ कार्डियोवैस्कूलर एंड थोरेसिक सर्जन की गत दिवस जयपुर में 68वीं वार्षिक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था।
कांफ्रेंस में 700 प्रतिभागियों ने लिए भाग Cardiac Surgery Department Excellent
उन्होंने बताया कि इस कांफ्रेंस में देश-विदेश से करीब 700 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि कांफ्रेंस में अमेरिका, जापान व न्यूजीलेंड सहित कई देशों के कार्डियक सर्जरी विशेषज्ञों ने आॅनलाइन हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि कांफ्रेंस में उनके डॉ. एस.एस. लोहचब के मार्गदर्शन से इंडियन जनरल आॅफ थ्रोसिक एंड कार्डियोवैस्कुलर सर्जरी 2021 जनरल में छपे पेपर को सभी ने सराहा और उन्हें बेस्ट केस पेपर के अवार्ड से नवाजा गया और उन्हें एक स्मृति चिन्ह व तीन सौ यूरो का चैक प्रदान किया गया।
सांस की नली कटने के बावजूद बचाया था मरीज Cardiac Surgery Department Excellent
डॉ. फैंकलिना ने बताया कि उन्होंने अपने इस पेपर में एक केस हिस्ट्री को छापा था कि किस प्रकार के एक युवक बैल से चोट मारने से गंभीर होकर पीजीआईएमएस में आया था। जिसकी हालत को देखते हुए डॉ. लोहचब ने उन्हें तुरंत मरीज की सर्जरी करने की सलाह दी क्योंकि मरीज के सांस लेने की नली कट चुकी थी और यदि तुरंत आप्रेशन नहीं किया जाता तो मरीज की जान जा सकती थी। ऐसे में डॉ. संदीप सिंह व उन्होंने कार्डियकसर्जरी विभाग में उपस्थित नवीनतम मशीनों से मरीज की आपात सर्जरी की और मरीज को नया जीवनदान मिला। (Cardiac Surgery Department Excellent) डॉ. लोहचब ने बताया कि उन्हें काफी खुशी है कि उनकी एमसीएच की छात्रा को इस प्रतिष्ठित अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर निदेशक डॉ.एस.एस. लोहचब, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ईश्वर सिंह, डॉ. संदीप सिंह, डॉ. वरुण सिंह सिसोदिया भी उपस्थित थे।