चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीरवार को कहा कि उन्होंने राज्य में उच्च मृत्यु दर को समझने और इसे रोकने के लिए विशेषज्ञों द्वारा कोविड से होने वाली हरेक मृत्यु की जांच करवाने के हुक्म दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार माहिर टीम के नेतृत्व में महामारी को रोकने के लिए रोकथाम उपायओं को मजबूत कर रही है। मुख्यमंत्री जो कि यह जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को वीडियो कॉनफ्रेंस के दौरान दे रहे थे, ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार कोविड संकट से निपटने के लिए विशेषज्ञों के ग्रुप के नेतृत्व से काम कर रही है। विशेषज्ञों के इस ग्रुप में पीजीआई के पूर्व डायरेक्टर डॉ. केके तलवार, बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसिज फरीदकोट के वीसी डॉ. राज बहादुर, पीजीआई के जन स्वास्थ्य स्कूल के पूर्व प्रमुख डॉ. राजेश कुमार और जोहन हौपकिंज यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ शामिल हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में उच्च मृत्यु दर का कारण पीडि़तों को कोरोना के साथ अन्य बीमारियों का होना और लोगों का स्वास्थ्य संबंधी व्यवहार है, जहां मरीज हस्पताल में देरी से आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 6.2 प्रतिशत की उच्च मृत्यु दर के बावजूद पंजाब में कोविड-19 के वृद्धि की दर भारत के मुकाबले कम है, क्योंकि पंजाब में 16 दिनों बाद मामलों की संख्या दोगुनी हुई है जबकि राष्ट्रीय औसत के अनुसार 9 दिनों में मामलों की संख्या दोगुनी हो रही है।