प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
पहले तो पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ही बयान दिया था कि हरियाणा में चलाए जा रहे किसान जत्थेबंदियों के आंदोलन में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ही पंजाब से कांग्रेसियों को भेजा गया है। किंतु अब तो स्वयं कैप्टन ने ही सार्वजनिक मंच से घोषणा कर दी कि आंदोलनकारियों को वे शुरू से मदद देते रहे हैं और आंदोलनकारियों को हरियाणा व दिल्ली बार्डर पर धरना देना चाहिए यह शब्द कहे भाजपा प्रदेश सह प्रवक्ता भारतभूषण जुआल ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए कहे। भाजपा सह प्रवक्ता ने यह भी कहा कि इस आंदोलन से पंजाब को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। साफ है कि पंजाब के मुख्यमंत्री हरियाणा का आर्थिक नुकसान करवा रहे हैं और करवाना चाहते हैं। भारत भूषण जुयाल ने बताया कि कांग्रेसियों,कोमयूनिस्टो व स्वयंभू किसान नेताओं द्वारा हरियाणा को पंहुचाए गए नुकसान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टिकरी बार्डर वा कुंडली बार्डर के उद्योगपतियों के संगठन ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से आंदोलनकारियों को वहां से हटाए जाने के लिए गुहार लगाते हुए याचिका में बताया है। उस क्षेत्र में लगभग 9000 उद्योग बंद हैं। जिनके लगभग 20 लाख आश्रित लोग भुखमरी के कगार पर हैं और उद्योगों को 20 हजार करोड़ रु का नुकसान हो चुका है। हरियाणा की भाजपा सरकार आज किसानों के हित में देशभर में सर्वाधिक हितकारी काम कर रही है। फसल मुआवजा,फसल बीमा,भावांतर सहायता, गन्ने का सर्वाधिक मूल्य,11 फसलों पर एम एस पी वा अन्य लाभकारी योजनाओं के कारण आज हरियाणे का किसान देश में सबसे सुखी किसान है। इसीलिए कांग्रेस राकेश टिकैत,चढूनी वा राजेवाल जैसे राजनैतिक मंशाधारी स्वयंभू नेताओं के माध्यम से भाजपा के खिलाफ इस आंदोलन के माध्यम से राजनैतिक हित साधने का प्रयास कर रही है। टिकैत वा चढूनी तो कांग्रेस की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं वरना मोगा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर कांग्रेस, टिकैत ,चढूनी वा राजेवाल ने धरना प्रदर्शन क्यों नहीं किया जबकि करनाल में इन्होंने अपने साथियों से हरियाणा पुलिस पर पथराव कराया और कसी फावड़े से हमला करवाया।
इस दौरान भाजपा जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।