नई दिल्ली। राजनीतिक दलों के प्रत्याशी इस चुनाव में अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं। कई बार से ऐसा देखा जा रहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों को असमान्य परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। दिल्ली में ही चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ हुई घटना को भला कौन भूल सकता है जब एक व्यक्ति ने माला पहनाने के बहाने उनके ऊपर थप्परों की बारिश कर दी थी। कई राज्यों में प्रत्याशियों के साथ ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। पर इस चुनाव में प्रत्याशी अपनी सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं। चुनावों के दौरान अधिकतर उम्मीदवार अपनी सुरक्षा और रसूख के लिए भारी भरकम शरीर वाले पहलवानों को अपने साथ रखने लगे हैं। इन्हें काफी अच्छी खासी सैलरी देकर नियुक्त किया जा रहा है। ऐसे में जिम और अखाड़ों के पहलवानों की मांग बढ़ गई है। हालांकि इस बार इन पहलवानों पर दिल्ली पुलिस की भी निगाह है। दिल्ली पुलिस शहर के अंदर जिम और अखाड़ों की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है कि किस जगह से कितने पहलवान चुनावों में जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस मॉनिटरिंग कर एक डाटा बेस तैयार कर रही है, जिससे चुनावों के दौरान कोई मारपीट या अप्रिय घटना इन पहलवानों से हो तो इन पर जल्द नकेल कसी जा सके।
पहलवानों की बल्ले-बल्ले
इलेक्शन से पहले पहलवान ज्यादा कसरत करना शुरू कर देते हैं, जिससे उनकी बॉडी और सुडौल हो जाए। इलेक्शन भी इनके लिए रोजगार लाते हैं। इलेक्शन के दौरान इन पहलवानों की मांग बेहद बढ़ जाती है। कुछ पहलवानों को ये प्रत्याशी डेली वेजेज पर या फिर एक खास रकम पर तय कर लेते हैं ताकि इससे उनकी सुरक्षा हो सके। साथ ही इलाके में अपना रसूख भी बनाए रख सकें। नाम न बताने की शर्त पर एक पहलवान ने बताया कि चुनाव के समय प्रतिदिन के हिसाब से करीब पांच से दस हजार रुपए मिल जाते हैं। कई प्रत्याशी अखाड़ों से लाखों रुपए का सौदा कर लेते हैं।
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