कैंसर का इलाज संभव : सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र ढांडा

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Cancer treatment possible: Civil surgeon Dr. Devendra Dhanda

जगदीश,नवांशहर:

  • कैंसर से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों के संबंध में जागरूकता पोस्टर का विमोचन

सिविल सर्जन डॉ. श्री देविंदर ढांडा के कुशल मार्गदर्शन में कल सिविल सर्जन कार्यालय में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के सन्दर्भ में एक जागरूकता पोस्टर का विमोचन किया गया ताकि आम लोगों में कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता फैलाई जा सके।

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस

इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ. देविंदर ढांडा ने कैंसर के लक्षण, प्रभाव, सावधानियां और बचाव के तरीकों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर कैंसर का जल्द पता चल जाए तो कैंसर के मरीज इलाज से ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कैंसर लाइलाज है, इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब हमारा देश आधुनिक तकनीकों के जरिए इस बीमारी का इलाज करने में पूरी तरह सक्षम है। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के अवसर पर आइए हम स्वयं जागरूक हों और आम लोगों में जागरूकता फैलाने का संकल्प लें। इस तरह हम सब मिलकर इस भयानक बीमारी को हराने में कामयाब होंगे।

डॉ ढांडा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कैंसर जैसी भयानक बीमारी को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर शुरुआती दौर में कैंसर का पता चल जाए तो 75 फीसदी मामलों का इलाज सामान्य बीमारी की तरह किया जा सकता है।

बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध

इस अवसर पर जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. राकेश चंद्रा ने कहा कि कैंसर राहत कोष के तहत पंजाब सरकार कैंसर रोगियों के लिए 1.50 लाख रुपये की मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान कर रही है। इसके अलावा पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी कैंसर के मरीजों को मुहैया कराएगी। बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। पौष्टिक आहार खाने के साथ-साथ रोजाना व्यायाम भी करना चाहिए। दूषित पानी, प्रदूषित हवा, कीटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग, अधिक फास्ट फूड खाने की गलत आदतें, तला-भुना खाना भी कैंसर का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि जो लोग तंबाकू का सेवन करते हैं उन्हें मुंह का कैंसर हो सकता है और जो लोग शराब पीते हैं उन्हें लीवर कैंसर होने की संभावना होती है। कैंसर के मुख्य प्रकारों में महिलाओं में मुंह, नाक, कान, गला, हड्डियां, पेट की आंत, रक्त और स्तन कैंसर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमें नशीले पदार्थों से बचना चाहिए और यदि कोई घाव ठीक न हो, भूख न लगना, शरीर में अस्वस्थता, शरीर में परिवर्तन, अस्पष्टीकृत वजन घटना या लगातार कब्ज हो तो हमें तुरंत अपने शरीर की जांच करवानी चाहिए।

इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. बलविंदर कुमार ने कहा कि स्तन कैंसर महिलाओं में आम है, जिसका पता नियमित जांच से लगाया जा सकता है। अगर ब्रेस्ट का रंग बदलता है या उसमें गांठ महसूस होती है तो यह ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिनके माता-पिता या दादा-दादी को उनके घरों में कैंसर हुआ है, उन्हें सामान्य लोगों से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। अगर इस बीमारी का जल्द पता चल जाए तो इलाज संभव है।

इस अवसर पर उपस्थित 

इस अवसर पर जिला समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी जगत राम, सिविल सर्जन पीए अजय कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राम सिंह, स्वास्थ्य निरीक्षक राजीव कुमार, जोगिंदरपाल सिंह, प्रवीण कुमार, गुरप्रीत सिंह, बलवीर सिंह, लखवीर कुमार और दीपक कुमार सहित अन्य उपस्थित थे. अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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