चंडीगढ़। लिफ्ट नहर इकाई के मुख्य अभियंता बिजेंद्र सिंह नारा ने नहरों की सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी अधीक्षण अभियंताओं को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि नहरों की आंतरिक स्वच्छता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है ताकि पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
नहरों में जमा कीचड़, मलबा और घास जैसी बाधाओं को हटाने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा, जिससे पानी का प्रवाह सुचारु हो और किसानों को समय पर सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके। मुख्य अभियंता ने जोर देकर कहा कि नहरों की नियमित सफाई से जल प्रवाह में आने वाली रुकावटें दूर होंगी, जिससे किसानों को लाभ होगा और नहरों की संरचना भी लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी नहरों की सफाई का कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा हो और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नहरों की स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि साफ नहरें न केवल पानी की आपूर्ति को प्रभावी बनाती हैं, बल्कि जलभराव की समस्या को भी रोकती हैं। इससे खेतों में पानी का सही प्रवाह बना रहता है और फसलें नुकसान से बचती हैं।
इसके अलावा, नहरों की सफाई से मच्छरों और अन्य हानिकारक जीवों के प्रजनन को भी नियंत्रित किया जा सकेगा, जिससे जलजनित बीमारियों की आशंका कम होगी। सरकार की इस पहल को लेकर किसानों में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। किसानों का कहना है कि नहरों की नियमित सफाई से उनके खेतों तक समय पर पानी पहुंच सकेगा, जिससे उनकी फसलों की सिंचाई में आसानी होगी। इस कदम से न केवल जल प्रबंधन में सुधार होगा, बल्कि किसानों की उत्पादकता भी बढ़ेगी।
मुख्य अभियंता नारा ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सफाई कार्यों की निगरानी नियमित रूप से की जाए और हर स्तर पर पारदर्शिता सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि यह अभियान किसानों की समस्याओं को दूर करने और जल वितरण प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।