आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
पंजाब विधानसभा चुनाव, 2002 के मद्देनजर वोटर सूची की संशोधन प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। यह बताते हुए प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी, डॉ. एस. करुणा राजू ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मौजूदा स्थिति में चुनाव कराने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, चुनाव आयोग इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। डॉ. राजू ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के दिशा-निर्देश के अनुसार क्वालिफाइंग तिथि 1 जनवरी 2022 के आधार पर वोटर सूची में विवरण रजिस्टर करने, हटाने और सुधारने के लिए एक विशेष मुहिम शुरू कर दी गई है। इस विशेष मुहिम को स्पेशल समरी रिवीजन के तौर पर जाना जाता है। इससे नागरिकों को खुद को वोटर के तौर पर रजिस्टर करने और आॅफलाइन या आॅनलाइन माध्यम के द्वारा अपने चुनावी विवरणों को सत्यापित करने का मौका मिलता है। अगले साल की पहली तिमाही में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह मुहिम राज्य भर में हरेक जिले में हलका स्तर से लेकर बूथ स्तर तक व्यापक रूप में चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि बूथ स्तर के अफसरों (बीएलओज) द्वारा आगामी 31 अगस्त तक घर-घर जाकर प्रचार किया जाएगा, जिससे मुहिम को और तेज किया जा सके व मौजूदा कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि वोटर सूचियों में सुधार लाने और सभी योग्य नागरिकों की रजिस्ट्रेशन को सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से, सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में हर साल के अंत में स्पेशल समरी रिवीजन की जाती है। वह लोग जो खुद को वोटर के तौर पर रजिस्टर नहीं करवा सके और जिन वोटरों को वोटर सूचियों में गलतियां मिलती हैं या जो वोटर किसी अन्य हलके में चले गए हैं, वह 1 जनवरी, 2022 स्पेशल समरी रिवीजन का प्रयोग कर सकते हैं। वह लोग भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनकी उम्र 18 साल पूरी हो चुकी है या जो 1 जनवरी 2022 से पहले 18 साल के हो जाएंगे।
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