गुपचुप तरीके प्रत्याशियों को दिया समर्थन
Sirsa News (आज समाज) सिरसा: हरियाणा में विधानसभा में एक बार फिर से डेरे की एंट्री हो गई। इसके कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। जब डेरा मुखी राम रहीम को 20 दिन की पैरोल मिली। उसके बाद डेरा मुखी के संदेश पर गत सांय सभी ब्लाकों में डेरा प्रमियों ने नामचर्चा की। इस दौरान मोबाइल ले जाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी रही। नामचार्चा के बाद डेरा प्रेमियो की टीम एक्टिव हो गई। अबकी बार डेरे ने किसी एक पार्टी विशेष का समर्थन करने की बजाय उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया है। क्योंकि चुनाव आयोग की हिदायत अनुसार डेरा मुखी पर किसी भी तरीके से चुनाव प्रचार करने पर रोक लगी हुई है। डेरे की नामचर्चा को लेकर चुनाव आयोग, राजनीतिक दलों और खुफिया तंत्र भी निगरानी में जुटा हुआ है। आयोग ने पहले ही राम रहीम को पैरोल देते समय उसपर चुनावी गतिविधि से दूर रहने की शर्त लगाई है।
फतेहाबाद से भाजपा प्रत्याशी दुड़ाराम से मिली ब्लॉक मेंबरी कमेटी
उम्मीदवार को समर्थन देने का कार्य फतेहाबाद से भाजपा प्रत्याशी दुड़ाराम से शुरू किया गया। यहां पर डेरे की ब्लॉक मेंबरी कमेटी ने भाजपा प्रत्याशी से मुलाकात कर उनके पक्ष में वोट करने की अपील की। डेरे के पूर्व भंगीदास लक्ष्मण दास अरोड़ा ने गांव धांगड़ के बिश्नोई मंदिर में जाकर भाजपा प्रत्याशी दुड़ाराम और भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई से मुलाकात की। यहां बंद कमरे से एक से डेढ़ घंटे तक बैठक चली। इस बैठक में तय किया गया कि डेरा प्रेमी डोर-टू-डोर सभी प्रेमियों को मैसेज करेंगे और दुड़ाराम के पक्ष में प्रचार करेंगे। कुलदीप बिश्नोई ने मौके पर ही डेरा कमेटी मेंबरों को भाजपा जॉइन भी करवाई।
कांग्रेस ने किया था पैरोल का विरोध
गौरतलब है कि डेरा मुखी राम रहीम को पैरोल दिए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था। लेकिन उसके बावजूद डेरा मुखी को तीन शर्त के साथ पैरोल दी गई। कांग्रेस का कहना था थी हरियाणा में बहुत सी सीटों पर डेरा प्रेमियों का प्रभाव है। इसलिए डेरा मुखी चुनाव को प्रभावित कर सकता है।
पहले भी डेरा करता आया पार्टियों का समर्थन
इससे पहले भी डेरे का चुनाव क दौरान राजनीतिक पार्टियों को आशीर्वाद मिलता रहा है। 2014 में भी भाजपा के कई बडेÞ नेता डेरे में नमस्तक हुए थे। कहा जाता है डेरे के आशीर्वाद से ही भाजपा पहली बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत से सरकार बना पाई थी। हाल की में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में डेरे ने कुछ सीटों पर भाजपा कैंडिडेट का समर्थन किया था। कुरूक्षेत्र ने सांसद नवीन जिंदल ने चुनाव में डेरे के समर्थन पर आभार भी जताया था।
पिछली बार 21 दिन की फरलो पर बाहर आया था राम रहीम
साध्वियों के यौन शोषण और मर्डर केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम 20 साल की कैद काट रहा है। उसने हाल ही में सरकार से इमरजेंसी पैरोल मांगी थी। जेल विभाग को आवेदन कर 20 दिन की पैरोल देने के लिए कहा। इस दौरान उसने उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में रहने की बात कही। इससे पहले राम रहीम अगस्त में 21 दिन की फरलो पर बाहर आया था।
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