Cabinet Meeting
आज समाज डिजिटल, चण्डीगढ़
हरियाणा सरकार ने ‘एक खेल के कई विषयों हेतू’ राज्य की नीति के अनुसार दिए जाने वाले लाभ जैसे कि खिलाडि़यों को नौकरी, ग्रेडेशन प्रमाण पत्र, नकद पुरस्कार, मानदेय और छात्रवृत्ति सहित अन्य लाभ को देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए यह निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में खिलाडिय़ों को 5 सितंबर, 2019 को जारी नीति में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। उक्त संशोधन के अनुसार ‘इवेंट’ को ‘एक खेल के कई विषयों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो कि भार वर्ग तक सीमित नहीं है’ को उपरोक्त नीति के पैरा-॥ में जोड़ा गया है।
‘इवेंट’ खेल ओलंपिक खेलों या एशियाई खेलों या राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल होना चाहिए Cabinet Meeting
इन प्रोत्साहनों को नियंत्रित करने वाली विभागीय नीतियां और नियम कहते हैं कि इन लाभों का लाभ उठाने व पात्र बनने के लिए, खिलाड़ी द्वारा खेले जाने वाला ‘इवेंट’ खेल ओलंपिक खेलों या एशियाई खेलों या राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल होना चाहिए।
उदाहरण के लिए विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों, राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय खेलों और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कुल 10 भार वर्गों में कुश्ती खेली जाती है, जबकि ओलंपिक खेलों और एशियाई खेलों में केवल छह भार वर्ग में ये खेल खेले जाते हैं। इसी तरह, मुक्केबाजी (पुरुष) विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों, एशियाई चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेल, राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय खेल और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कुल 10 भार वर्गों में भी खेली जाती हैं जबकि ओलंपिक खेलों में केवल छह भार वर्ग में ये खेली जाती हैं।
इसमें एक खिलाड़ी की गलती नहीं है कि उसका भार वर्ग ओलंपिक, एशियाई या राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं है, यह तकनीकी रूप से भी बहुत मुश्किल है (और कुछ मामलों में एक खिलाड़ी के लिए अपना भार वर्ग बदलना और नए सिरे से शुरुआत करना लगभग असंभव है। इसलिए यहाँ संशोधन किया गया है।
हरियाणा देश में अपने खिलाडि़यों को सबसे ज्यादा प्रोत्साहन देने के लिए जाना जाता है। खेल और युवा मामले विभाग, हरियाणा खिलाडि़यों को उनकी खेल उपलब्धियों के आधार पर नौकरी, ग्रेडेशन प्रमाण पत्र, नकद पुरस्कार, मानदेय और छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है।
Cabinet Meeting
Read Also : VVIP Number Now For General Public मुख्यमंत्री ने की अपनी चार गाडि़यों के 0001 नम्बर छोड़ने की घोषणा