पानीपत। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को सर्कस ग्राउंड में नागरिक संशोधन अधिनियम के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि नागरिक संशोधन अधिनियम का विरोध करने वालों का चैपटर बंद हो चुका है और तीनों देशों से धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आए ऐसे लोगों को संरक्षित करना ही नागरिकता संशोधन कानून का मूल उदेश्य है। इस अधिनियम का उद्देश्य उन लोगों को सम्मानजनक जीवन देना है, जो दशकों से पीड़ित रहे हैं। सीएम ने कहा उन लोगों के लिए हिंदुस्तान के दरवाजे कभी बंद नहीं हुए जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक रहे हैं।
इस अधिनियम का अध्यन्न करें और लोगों को जागरूक करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब राष्टÑवाद से जुड़े हैं। हमारा दिन-रात व सुबह-शाम राष्टÑवाद ही है। राष्टÑ है तो सब है। उन्होंने लोगों से अपील की कि आप सबको बहकाने वाले लोग बहुत आएंगे, लेकिन आप सभी इस अधिनियम का अध्यन्न करें और लोगों को जागरूक करें। उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए यह भी कहा कि यहां की जनता ने इस विषय को बड़ी समझदारी के साथ समझा है और राज्य में किसी प्रकार की भ्रांति, अशांति अथवा हिंसा की एक आवाज तक नहीं आई। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि नागरिकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर देश के हित में हैं। धारा 370, 35-ए का भी ऐसे ही विरोध किया गया था, लेकिन ये सभी राष्टÑ के हित में है। 10 जनवरी को इस कानून को अमलीजामा पहना दिया गया है। नागरिकता कानून केवल मानवता के लिए बनाया गया है। सीएम ने पुन: कहा कि 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वालों को इसके तहत नागरिकता मिलेगी और आगे के लिए रास्ता खोला गया है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने बुधवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला से नागरिक संशोधन अधिनियम के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा झंडा प्राप्त कर सर्कस ग्राउंड से प्रदेश स्तरीय जागरुकता यात्रा भी शुरू की।
फोटो-5-तिरंगा लहराकर यात्रा का शुभारंभ करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल।