BRICS Summit 2024 : ब्रिक्स के मंच से पीएम मोदी ने दुनिया को दिया संदेश, जंग नहीं किसी समस्या का समाधान

0
13
BRICS Summit 2024: पीएम मोदी ने दुनिया को दिया संदेश, जंग किसी समस्या का समाधान नहीं
BRICS Summit 2024: पीएम मोदी ने दुनिया को दिया संदेश, जंग किसी समस्या का समाधान नहीं

16th BRICS Summit 2024, (आज समाज), मॉस्को: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार रूस, चीन, इजरायल व ईरान सहित पूरी दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया है कि जंग किसी समस्या का हल नहीं है। रूस के कजान शहर (Kazan City) में आयोजित 16वें ब्रिक्स सम्मेलन (16th BRICS Summit) के मंच से उन्होंने आज यह बात कही है। प्रधानमंत्री ने कहा, हम जंग नहीं बल्कि कूटनीति और संवाद के पक्षधर हैं। गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच बीते 2 वर्ष से ज्यादा और इजरायल व हमास के बीच एक साल से युद्ध जारी है। इसी के संदर्भ में पीएम मोदी ने यह नसीहत दी है।

हम चुनौतियों के बीच अवसर पैदा करने में सक्षम

16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और ईरानी प्रेसिडेंट मसूद पेजेश्कियान सहित ब्रिक्स देशों के शीर्ष नेता शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने संबोधन में कहा, जिस तरह हमने कोरोना महामारी जैसी चुनौतियों को मात दी है उसी तरह निश्चित तौर पर हम भावी पीढ़ियों के लिए मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए नए अवसर बनाने में सक्षम हैं।

हम डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करेन का आह्वान किया। उन्होंने कहा, एक-दूसरे के बीच वार्ता के जरिये मसलों का हल किया जाना चाहिए। मोदी ने एक बार फिर कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है। हम डायलॉग (Dialogue) और डिप्लोमेसी (Diplomacy) यानी संवाद और कूटनीति का समर्थन करते हैं। उन्होंने यह भी कहा, हमें सुरक्षित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और साइबर सुरक्षा के लिए वैश्विक नियमों पर कार्य करने की जरूरत है।

आतंकवाद से निपटने के लिए ठोस वैश्विक प्रयासों की वकालत

भारतीय प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से निपटने के लिए ठोस वैश्विक प्रयासों की वकालत की। उन्होंने कहा, आतंकवाद के खतरे से निपटने में कभी किसी तरह का दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए। आतंकवाद और आतंकियों के वित्तपोषण का मुकाबला तभी होगा जब हम समस्या के खिलाफ एकजुट हों। इस गंभीर समस्या पर काबू पाने के लिए हमें अपने देशों में युवाओं के कट्टरपंथीकरण को रोकना होगा। इसके लिए सक्रिय फैसले लेने की जरूरत है।

ब्रिक्स में नए देशों के स्वागत करने के लिए भारत तैयार

पीएम ने कहा, BRICS में नए देशों का स्वागत करने के लिए भारत तैयार है। इस मामले में सभी फैसले आम सहमति से होने चाहिए और ब्रिक्स के संस्थापक सदस्यों के विचारों का हमेशा मान सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जोहान्सिबर्ग शिखर सम्मेलन में अपनाए गए मानकों, मार्गदर्शक सिद्धांतों व प्रक्रियाओं का सभी सदस्यों तथा भागीदार देशों को अनुपालन करना चाहिए।

वैश्विक निकायों में सुधार की वकालत की

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) व अन्य वैश्विक निकायों में भी सुधार की वकालत की। मोदी ने कहा, हमें UNSC के अलावा विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) व बहुपक्षीय विकास बैंकों जैसे वैश्विक संस्थानों में सुधारों को लेकर समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा, जब हम ब्रिक्स में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं, तो हमें यह भी सुनिश्चित करने के लिए सावधान रहना होगा यह संगठन वैश्विक संस्थानों का स्थान लेने की कोशिश करने वाले संगठन की छवि न बना ले।

यह भी पढ़ें : Supreme Court: वैवाहिक दुष्कर्म मामले में टली सुनवाई, अपराध घोषित करने की है मांग