नगर निगम में धड़ल्ले से चलता था रिश्वतखोरी का खेल
इशिका ठाकुर, करनाल:
Bribery of Karnal Superintending Engineer: करनाल डीटीपी विक्रम सिंह तथा तहसीलदार राजबक्श की अवैध रजिस्ट्री तथा रिश्वतखोरी के आरोप में तुरंत गिरफ्तारी के बाद नगर निगम करनाल के अधिकारी अधीक्षण अभियंता दीपक किंगर तथा उसके पीए विकास शर्मा का नाम रिश्वतखोरी के आरोप में उजागर हुआ था। जिसके चलते विकास शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जो अब न्यायिक हिरासत में है लेकिन अधीक्षण अभियंता दीपक किंगर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और दीपक किंगर अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रयास कर रहा है।
दीपक किंगर अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में जाने की कर रहा तैयारी
दीपक किंगर ने अपनी अग्रिम जमानत के लिए करनाल सेशन कोर्ट में याचिका दाखिल की थी जिसे कल 21 मार्च को कोर्ट ने खारिज कर दिया और सूत्रों के अनुसार अब दीपक किंगर अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में जाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन लगातार प्रयास के बाद दीपक किंगर को पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हो रही है।
इस बारे करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया से बात की तो उन्होंने बताया कि दीपक किंगर आरोप से पहले पुलिस को गुमराह करते हुए अपने ऑफिस के कर्मचारी पर ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया था जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया था लेकिन जब दीपक किंगर के पीए द्वारा जेई तथा ठेकेदारों के माध्यम से रिश्वतखोरी के लगभग 31 वीडियो सामने आए तो पुलिस ने अपनी जांच का रुख बदल लिया।
जिसके बाद दीपक सिंगर गायब हो गया। दीपक किंगर रोजाना अपने कार्यालय में 70 से 80 हजार इकट्ठे करने के बाद ही अपने घर वापस जाता था यह करनाल में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने आधा प्रतिशत कमीशन ठेकेदारों और जेई के साथ सेट कर रखा था। अब कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका रद्द होने के बाद दीपक किंगर की धरपकड़ में करनाल पुलिस ने अपनी कोशिश तेज कर दी है अब देखना यह होगा कि दीपक किंगर पुलिस की गिरफ्त में कब आएगा।
ननि के एसई दीपक हिंगणे ने आधा प्रतिशत कमीशन सेट किया हुआ था
करनाल रिश्वत के मामले में नगर निगम के एएएसी दीपक फिंगर की अग्रिम जमानत याचिका सेशन कोर्ट से खारिज कर दी है साथ ही पुलिस ने आरोपी एएसआई की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं मामले में अब ऐसी की ओर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जा सकता है मामले की जांच कर रहे डीएसपी मुकेश ने बताया कि नगर निगम के एसई दीपक हिंगणे आधा प्रतिशत कमीशन सेट किया हुआ था आधा प्रतिशत कमीशन मिलने के बाद भी फाइल आगे बढ़ती थी यह खुलासा ऐसी के पीए विकास शर्मा ने 1 दिन के पुलिस रिमांड के दौरान किया था|
इसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि आरोपी ऐसी फिलहाल फरार बताया जा रहा है और कोर्ट से अग्रिम जमानत का प्रयास कर रहे हैं दूसरी ओर पुलिस की ओर से आरोपी ऐसी दीपक फिंगर की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है गौरतलब है कि नगर निगम के एसई कार्यालय में रिश्वत लेने के 32 वीडियो सामने आ चुके हैं उनकी जांच के बाद ही एडीसी योगेश कुमार की रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है वीडियो के अनुसार हर रोज रिश्वत के 70 80 हजार रुपए लेने का अनुमान है इन वीडियो में ऐसे दीपक सिंगर और उसका पिए विकास शर्मा रुपए लेते नजर आ रहा है वहीं जेई व ठेकेदार रुपए देते हुए नजर आ रहे हैं|
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