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Breathing problems : बारिश के मौसम में भी अगर आपको हो सांस से जुडी दिक्कत तो इन बातों का रखें ख्याल

Breathing problems : मानसून का मौसम भले ही सुहावना लगता है लेकिन कुछ लोगों को इस मौसम में सांस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल, इस मौसम में हवा में नमी बढ़ जाती है, जिससे सांस से जुड़ी समस्याएं जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस की संभावना बढ़ जाती है। नमी के कारण कुछ लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है, जिससे लोग असहज महसूस करते हैं और थकान का एहसास भी होता है। खासकर, अस्थमा और एलर्जी के मरीजों के लिए यह मौसम चुनौतीपूर्ण हो सकता है। नमी के कारण अगर आपको सांस लेने में समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा आप सावधानियां और घरेलू उपाय भी आजमा सकते हैं, जिससे लाभ मिल सकता है।

1. एयर क्वालिटी का ध्यान रखें

उमस भरे मौसम में हवा में नमी और प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है, जिसका रेस्पिरेटरी सिस्टम पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। हवा की क्वालिटी को सुधारने के लिए, घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और नियमित रूप से एयर कंडीशनर के फिल्टर को साफ करें। इसके साथ ही घर में ऐसे हरे पौधों को लगाएं, जो हवा को शुद्ध करने में मदद कर सकते हैं।

2. हाइड्रेटेड रहें

उमस भरे मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। पानी, नारियल पानी और नींबू पानी आदि पीते रहें। हाइड्रेशन रेस्पिरेटरी सिस्टम को हेल्दी रखने में मदद करता है, जिससे सांस लेने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता।

3. साफ-सुथरे वातावरण में रहें

घर को साफ-सुथरा रखें और नियमित रूप से सफाई करें और खासकर बाथरूम और किचन को अच्छी तरह से वेंटिलेटेड रखें। उमस भरे मौसम में फफूंदी का विकास तेजी से होता है, जिससे अस्थमा और एलर्जी जैस समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

4. सही डाइट लें

हेल्दी डाइट रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होती है। अपनी डाइट में विटामिन C, विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फलों और सब्जियों को शामिल करें। इनका सेवन करने से आपके शरीर की इम्यूनिटी बेहतर हो सकती है।

5. डीप ब्रीथिंग और प्राणायाम

डीप ब्रीथिंग और प्राणायाम रेस्पिरेटरी सिस्टम को हेल्दी बनाते हैं और सांस की समस्याओं को कम करते हैं। दिन में कुछ मिनटों के लिए गहरी सांस लेने का अभ्यास करें, इससे आपको लाभ मिलेगा।

6. फिजिकल एक्टिविटी

उमस भरे मौसम में भी फिजिकल एक्टिविटी करना जरूरी है। नियमित एक्सरसाइज से रेस्पिरेटरी सिस्टम मजबूत होता है और इससे स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। हालांकि, ज्यादा गर्मी और उमस के समय पर बाहर एक्सरसाइज से बचना चाहिए।

7. डॉक्टर से सलाह लें

यदि आपको सांस से जुड़ी समस्याएं लगातार बनी रहती हैं या गंभीर हो जाती हैं, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। किसी भी प्रकार की सांस से जुड़ी समस्याएं, जैसे कि अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी की स्थिति में समय पर इलाज और सलाह लेना जरूरी है।

8. मेडिकेशन का ध्यान रखें

अगर आपको अस्थमा, सीओपीडी, या अन्य श्वसन समस्याएं हैं, तो अपने दवाओं का स्टॉक हमेशा बनाए रखें, खासकर रेस्क्यू मेडिकेशन का। डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से दवाओं का सेवन करें और लक्षण बढ़ने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लें।

Mamta

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