कोरोना संक्रमण के दौरान 30 फीसदी लोगों की याददाश्त पर भयंकर प्रभाव पड़ा

0
340

– मेडिकल टर्म में इसे ब्रेन फॉग कहा जाता है, जिस कारण मरीज अपनी याददाश्त भूल जाता है।

– मानसिक स्वास्थ्य ने 1500 से अधिक मरीजों पर भारी असर डाला : पीजीआई

तरुणी गांधी । चंडीगढ़

कोविड पीड़ित व्यक्ति को मानसिक रूप से भी बुरी तरह प्रभावित करता है। लेकिन इसे उतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता जितना कि अन्य दुष्प्रभावों को देखा या समझा जा रहा है। अकेले पीजीआईएमईआर की बात करें तो यहां 5,000 से ज्यादा कोरोना से पीड़ित मरीज भर्ती हैं। गंभीर कोविड संक्रमण से पीड़ित 30 प्रतिशत रोगियों को स्मृति हानि होती है। इसे मेडिकल साइंस में ब्रेन फॉग कहा जाता है जो पोस्ट कोविड रोगियों को परेशान कर रहा है। दूसरी ओर, संक्रमण के दौरान रोगियों में महत्वपूर्ण स्मृति हानि होती है जो काफी समय तक रहती है और धीरे-धीरे इसका असर कम होता है।

रोगियों को या तो अपनी बीमारी की अवधि याद नहीं रहती

पीजीआईएमईआर के मनोचिकित्सा विभाग द्वारा कोरोना पीड़ित रोगियों के उपचार के दौरान यह पाया कि रोगियों को या तो अपनी बीमारी की अवधि याद नहीं रहती है या वे अपने आसपास के माहौल को लेकर भ्रम की स्थिति में रहते हैं। यहां तक कि वे किससे बात कर रहे हैं या क्या कर रहे हैं इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं रहती है।
प्रोफेसर डॉ. संदीप ग्रोवर कहते हैं, ”ब्रेन फॉग नाम का एक शब्द है कि कोविड से ठीक होने के बाद मरीज इससे पीड़ित होते हैं। वे भ्रम की स्थिति में रहते हैं, कभी-कभी अवसाद में, और संज्ञानात्मक कारणों से, वे अपने नियमित कार्य करने में असमर्थ होते हैं। पीजीआई में अब तक ऐसे 30 प्रतिशत मरीज देखे गए हैं जो अब तक कोविड से ठीक हो चुके हैं।

स्मृति हानि/अल्पकालिक स्मृति हानि या प्रलाप के बारे में बात करते हुए, मनोरोग विभाग ने ऐसे रोगियों को देखा है जिन्हें गंभीर कोविड संक्रमण था, उन्हें स्मृति हानि का सामना करना पड़ा। डॉ. संदीप ग्रोवर का कहना है कि एनएचई में 25-30 फीसदी ऐसे मरीज भर्ती हुए हैं जो अपने आसपास के माहौल से अनजान रहते हैं।

कोविड रोगियों में मानसिक स्वास्थ्य एक गंभीर चुनौती है, कुछ मामले ऐसे भी हैं जहां कॉमरेडिडिटी वाले रोगी ने कोविड से संक्रमित होने के बाद आत्महत्या कर ली। मनोचिकित्सक डॉ. अपराजिता घोष बताती हैं कि इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कोविड लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाता है।