Aaj Samaj (आज समाज),Brahma Kumari Panipat ,पानीपत: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के थिराना रोड़ स्थित ज्ञान मानसरोवर में आज पानीपत सर्कल की 2 बीके बहनों (बीके मोनिका और बीके दीपा बहन) का समर्पण समारोह मनाया गया। इस दौरान समर्पित होने वाली बीके बहनों ने सुनहरे पीले रंग की चुन्नी ओढ़ रखी थी, बहनों ने पूरी सभा के बीच मे ब्रह्माकुमारीज़ की धारणाओं को जीवन मे अपनाने का प्रतिज्ञा पत्र भी पढा। साथ में उनके मात-पिता ने खुद अपनी कन्या का हाथ ब्रह्माकुमारी सुदेश बहन के हाथों में सौंप दिया। फिर सभी कन्याओं ने मंच पर बने पंडाल में सुशोभित शिवलिंग को माला पहनाई। सुदेश बहन ने परमात्मा पिता शिव के प्रतीक चिन्ह वाली अंगूठी सभी बहनों को पहनाई। इस मौके पर मुख्य रूप से ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका सुदेश बहन (जर्मनी से), सबजोन इंचार्ज बीके सरला बहन, जी.आर.सी. के निदेशक बीके भारत भूषण और समर्पित होने वाली कन्याओं के साथ उनके माता-पिता भी उपस्थित रहे।
ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़े हजारों ब्रह्मा वत्सो के बीच इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ। साथ में केक भी काटा गया। राजयोगिनी सुदेश बहन ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि जीवन वही श्रेष्ठ है जो प्रभु के नाम समर्पित हो जाये। बहन ने आगे कहा कि विश्व कल्याण के लिए इन कन्याओं ने जो अपना सर्वस्व आज समर्पित किया है इससे महान कार्य और कुछ भी नही हो सकता। समर्पित होने वाली बहनों प्रति विशेष शुभ राय देते हुए बहन ने कहा कि जीवन भर ट्रस्टी होकर रहना है। बुद्धि में यही रहे कि हमारा कुछ भी नहीं, सब उस परमात्मा पिता का है। मैंपन या मेरापन यह दोनों शब्द अभिमान के प्रतीक हैं। मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का बीके मोनिका बहन, पायल बहन ने फूलों व गुलदस्तों से स्वागत किया।
कैम्पस के निदेशक बीके भारत भूषण ने कहा कि मुझे खुशी होती ये देखकर कि आज के मॉडर्न युग मे भी ये बहने दुनिया की चकाचौंध को छोड़ आध्यात्मिकता में अपनी रुचि रखे हुए हैं। इस मौके पर ब्रह्माकुमारीज की सर्कल इंचार्ज सरला बहन ने भी अपने आशीर्वचन रखे। और साथ-साथ सभी मेहमानों का शब्दों के माध्यम से आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा अगर हम अपने समय व शक्ति को मानव की भलाई के कार्य में लगाएं तो हमारा जीवन आनन्द से भरपूर हो सकता है। कार्यक्रम में मंच संचालन बीके सुनीता बहन, हुड्डा सेक्टर- 12 सेवा केंद्र संचालिका ने किया। इस दौरान छोटे बच्चों द्वारा अनेकानेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए और साथ ही बीके गुलशन ने प्रभु की स्मृति का बहुत सुंदर भजन प्रस्तुत किया।