श्री कृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में सब जूनियर स्टेट के लिए बॉक्सिंग ट्रायल

श्रीकृष्णा सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में 12 अप्रैल मंगलवार को जिला स्तरीय सब जूनियर बॉक्सिंग लड़के और लड़कियों की ट्रायल किया।

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Boxing Trials at Shri Krishna School Mahendergarh
Boxing Trials at Shri Krishna School Mahendergarh
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
श्रीकृष्णा सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में 12 अप्रैल मंगलवार को जिला स्तरीय सब जूनियर बॉक्सिंग लड़के और लड़कियों की ट्रायल किया। इसमें मुख्य अतिथि स्कूल कें प्राचार्य वीरेंद्र सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे वहीं अध्यक्षता स्कूल के पीआरओ सुधीर यादव की ओर से की गई।

20 अप्रैल को फतेहाबाद में चैंपियनशिप

स्कूल खेल प्रबंधक सोमदत्त शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में आगामी 20 अप्रैल को फतेहाबाद मे होने वाली बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों को चयनित किया गया। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को वजन, आयु वर्ग एवं आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पऋ सहित कागजातों की जांच की गई। बॉक्सिंग कोच महिपाल यादव ने बताया कि जिन खिलाड़ियों का जन्म वर्ष 2008 व 2009 के बीच में है केवल उन्हीं खिलाड़ियों का ही ट्रायल किया गया।

स्टेट चैंपियनशिप के लिए चयनित

Boxing Trials at Shri Krishna School Mahendergarh
Boxing Trials at Shri Krishna School Mahendergarh
लड़कों में अंडर-14 आयु वर्ग में 35 कि.ग्राम भार वर्ग में यश, 37 कि.ग्राम भार वर्ग में यश, 40 कि.ग्राम भार वर्ग में रजत, 43 कि.ग्राम भार वर्ग में में शुभम, 46 कि.ग्राम भार वर्ग में चिराग, 49 कि.ग्राम भार वर्ग में लव, 52 कि.ग्राम भार वर्ग में विकास, 55 कि.ग्राम भार वर्ग में निशांत, 64 कि.ग्राम भार वर्ग में में भारत, 70 कि.ग्राम भार वर्ग में विकास, 70. प्लस कि.ग्राम भार वर्ग में पीयुष को चयनित किया। वहीं लड़कियों में 38 कि.ग्राम भार वर्ग में श्रुति, 42 कि.ग्राम भार वर्ग में श्रुति, 44 कि ग्राम भार वर्ग में पलक, 48 किग्रा भार वर्ग में कंचन, 50 कि.ग्राम भार वर्ग में गर्वी, 52 कि.ग्राम भार वर्ग में ज्योति का चयन किया गया।

आक्रामक खेलों में से एक है बाक्सिंग

इस अवसर पर स्कूल प्राचार्य वीरेंद्र सिंह ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेलों में बॉक्सिंग सबसे आक्रामक खेलों में से एक है। बॉक्सिंग एक रोमांच, ड्रामा एवं एक्शन से भरपूर खेल है। मुक्केबाजी में जीत के लिए दो-दो मिनट में तीन राउंड होते हैं। प्राचार्य ने कहा कि खिलाड़ी समाज का निमार्ता होता है तथा समाज को एक नई पहचान देता है। शिक्षा के साथ-साथ जीवन में खेलों का भी बहुत महत्त्व है। खेलों से मानसिक व शारीरिक विकास के साथ-साथ अपने राष्ट्र का नाम भी रोशन करते है।

खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना

इस मौके पर स्कूल के पीआरओ ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि जिस खिलाड़ी को जीवन में खेलो का अनुशासित ढ़ग व नियमों का पालन आ गया वह अपने आप में एक श्रेष्ठ खिलाड़ी होता है। खेल हमें एक अच्छे रोजगार की ओर ले जाते है एवं इससे भाईचारे को भी बढावा मिलता है। इस अवसर पर कोच प्रवीन, शमशेर एसआई, मनोज सतनाली, प्रवीन कोथल, विक्रम, शैलेंद्र सहित कोच उपस्थित रहे।