आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक करोड़ की रंगदारी नहीं देने पर हत्या के दोषी अभय दीवान (37) को इंडो-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया। वह पुलिस से बचने के लिए काठमांडू (नेपाल) में रह रहा था। दोषी पैरोल जंप कर गया था। कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ थ।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, एकता कैंप, हैदरपुर दिल्ली में मलकागंज निवासी शिवम उर्फ पांडेय का 18 जुलाई, 2012 को शव मिला था। शव आधा जला हुआ था और हाथ बंधे हुए थे। पता लगा कि शिवम का अपहरण अभय दीवान ने किया था और उससे एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर उसने उसकी हत्या कर दी थी।
13 जनवरी, 2020 से पहले सरेंडर करना था लेकिन नहीं किया
इस मामले में मौर्या एन्क्लेव थाना पुलिस ने अभय दीवान, उसकी पत्नी महिमा दीवान और रोनित को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने उसे इस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने उसे पैरोल दे दी थी। उसे 13 जनवरी, 2020 से पहले सरेंडर करना था लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया। उसे पकड़ने के लिए एसीपी रमेश लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट व एसआई रविंद्र कुमार की टीम गठित की गई। पुलिस को ये पता लगा कि दोषी लंबे समय में अपने परिवार से मिलने दिल्ली आता है। इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट को पता लगा कि वह नेपाल में रहता है। एक टीम उत्तराखंड भेजी गई। इसके बाद दोषी अभय को काठगोदाम (उत्तराखंड) से गिरफ्तार कर लिया।