Bollywood News: ईडी के रडार पर तमन्ना भाटिया, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई पूछताछ

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Bollywood News: ईडी के रडार पर तमन्ना भाटिया, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई पूछताछ
Bollywood News: ईडी के रडार पर तमन्ना भाटिया, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई पूछताछ

Actress Tamannaah Bhatia, (आज समाज), नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री तमन्ना भाटिया भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं। ईडी के अधिकारियों ने एक्ट्रेस से गुरुवार को असम के गुवाहाटी में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ की। बताया गया है कि 34 वर्षीय एक्ट्रेस से आईपीएल-2023 से जुड़े एक मामले के अलावा आनलाइन गेमिंग और महादेव बैटिंग ऐप पर भी एक्ट्रेस से पूछताछ की गई।

‘एचपीजेड टोकन’ मोबाइल ऐप जांच

अभिनेत्री को ‘एचपीजेड टोकन’ मोबाइल ऐप से जुड़ी जांच के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसमें बिटकॉइन और कुछ अन्य क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के बहाने कई निवेशकों को कथित तौर पर ठगा गया था। ईडी ने एक बयान में कहा कि तमन्ना भाटिया का बयान गुवाहाटी स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया।

नहीं लगाया गया आपराधिक आरोप

सूत्रों के मुताबिक अभिनेत्री को ‘एचपीजेड टोकन’ ऐप के एक प्रोग्राम में ‘सेलिब्रिटी की तरह दिखने’ के लिए कुछ धनराशि मिली थी, जो मौजूदा समय में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए जांच के दायरे में है। उन्होंने बताया कि तमन्ना के खिलाफ कोई आपराधिक आरोप नहीं लगाया गया है। उन्हें पहले भी बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने काम के कारण समन को टाल दिया था। मार्च में इस मामले में ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र में कुल 299 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है, जिनमें 76 चीनी नियंत्रित संस्थाएं शामिल हैं, जिनमें 10 निदेशक चीनी मूल के हैं जबकि दो संस्थाएं अन्य विदेशी नागरिकों द्वारा नियंत्रित हैं।

कई आरोपियों के खिलाफ दर्ज है एफआईआर

ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ऐप से जुड़े कई आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की जा रही है, जिसमें बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के जरिए भारी रिटर्न का वादा करके भोले-भाले निवेशकों को ठगने का आरोप है।

निवेशकों को धोखा देना मकसद

पुलिस ने कहा कि आरोपियों की टीम ने निवेशकों को ‘धोखा’ देने के लिए एचपीजेड टोकन मोबाइल फोन एप्लीकेशन का इस्तेमाल किया। ऐप से जुड़े बैंक खाते और मर्चेंट आईडी ‘शेल कंपनियों’ द्वारा खोले गए थे, जिनका संचालन ‘डमी’ निदेशकों द्वारा किया जाता था, ताकि अपराध को छुपाया जा सके।

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