आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में विटामिन युक्त चीजें खाने के शौकीन तो बहुत है, हो भी क्यों न विटामिन है ही ताकत का प्रतीक। मगर क्या आपको पता है कि शरीर के लिए विटामिन के साथ ही एक और महत्वपूर्ण तत्व की आवश्यकता होती है, वह है मिनरल्स। जिस पर हमारा ध्यान कम ही जाता है। हमारे शरीर में मिलरल्स की उतनी ही आवश्यकता है जितनी की विटामिन। हमारे शरीर में हारमोन बनाना, मांसपेशियों का संकुचन, नियंत्रण करना एवं शरीर का एसिड बैलेंस कायम रखना मिनरल्स का ही काम है।
आज के दौर में पानी फिल्टर की कई तकनीक की मशीनें आ गई हैं इसके प्रयोग से पानी में मौजूद विशैले पदार्थों तो नष्ट हो जाते हैं। और साथ ही इसमें मौजूद मिनरल्स भी नष्ट हो जाते हैं। वर्तमान समय में हमें बिना मिनरल्स के पानी को मजबूरवश पीना पड़ता है। इन्हीं कठिनाईयों को दूर करने के लिए हम आपको बताएंगे कुछ मिनरल्स के बारे में और साथ ही बताएंगे की खाने में किन चाजों का इस्तेमाल कर आप मिनरल्स की कमी को दूर कर सकते हैं।
आइए हम जानते हैं मुख्य मिनरल्स के बारे में—
मैग्नेशियमत…
यह कैल्शियम के साथ मिलकर काम करता है। मैग्नेशियम की कमी से माइग्रेन, डिप्रेशन, मसल क्रैम्प्स आदि की समस्या हो सकती है। यह तत्व मेटाबॉलिज्म, ब्लड शुगर को एनर्जी में बदलने, रक्तचाप और हृदयगति को सही बनाए रखने में मदद करता है।
मैग्नेशियम पाने के लिए आपको भोजन में हरी सब्जियां, बादाम, होल ग्रेन, केला आदि शामिल करना चाहिए।
फॉस्फोरस…
फॉस्फोरस हड्डियों में कैल्शियम फॉस्फेट के रूप में जमा होता है। दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फॉस्फोरस जरूरी है। इसकी कमी से जोड़ों में जकड़न, थकान, हड्डियों में दर्द आदि हो सकता है।
भोजन में फॉस्फोरस आपको दालों, नट्स, दूध, चीज, अंकुरित अनाज, मीट व फिश से मिल सकता है।
पोटेशियम…
सोडियम के साथ मिलकर पोटेशियम एक इलेक्ट्रोलाइट का काम करता है, जिससे शरीर के फ्लूइड्स रेग्यूलेट होते हैं। यह रक्तचाप, हृदयगति, नर्व इम्पल्स को भी सुचारू बनाए रखता है। पोटेशियम की कमी से मांसपेशियों की कमजोरी, जी मितलाना आदि हो सकता है।
अपने भोजन में नारियल पानी, केला, दूध और इससे बने पदार्थ, मछली, दालें आदि शामिल करने से इसकी कमी नहीं होती।
मैंग्नीज….
मैंग्नीज की कमी से कमजोर याददाश्त, पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
मैंग्नीज आपको अनाज, दालों, मटर, चाय, कॉफी, किशमिश आदि से मिल सकता है।
जिंक…
अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम के लिए जिंक एक जरूरी तत्व है। यह आपके बालों, त्वचा, नाखूनों को भी पोषण प्रदान करता है। गर्भावस्था के समय यह खास तौर पर लाभकारी होता है। पुरुषों को भी अच्छे स्पर्म के लिए जिंक लाभदायक मिनरल है। जिंक की कमी हो, तो सर्दी-जुकाम आदि भी जल्दी हो जाता है।
भोजन में जिंक आपको साबुत अनाज, दूध, फलियों, सी-फूड, दालों, तिल आदि से मिलता है।
सल्फर…
शरीर में प्रोटीन के निर्माण के लिए सल्फर जरूरी है। यह एंटी-एजिंग है, त्वचा को मुलायम और चमकता हुआ रखने में सहायक है। यह शरीर की कोशिकाओं की धूप, प्रदूषण आदि से भी रक्षा करता है।
भोजन में सल्फर आपको गोभी, दूध व इससे बने पदार्थों, बादाम, अखरोट, अंडों, फिश आदि से मिलता है।
कोबॉल्ट…
अच्छे पाचन और नर्व फंक्शन के लिए इस मिनरल की जरूरत होती है। विटामिन बी-12 के अवशोषण के लिए भी यह जरूरी होता है। कोबॉल्ट की कमी से आंखों की तकलीफें, याददाश्त की कमी, सिर चकराना आदि तकलीफें हो सकती हैं।
भोजन में कोबॉल्ट दूध व रेड मीट से मिलता है।
ये सभी मिनरल्स शरीर के लिए आवश्यक होते हैं, भले ही कुछ ही माइक्रोग्राम्स में हो। समान्य तौर पर संतुलित खानपान के द्वारा मिनरल्स की कमी को दूर किया जा सकता है।