इशिका ठाकुर, करनाल:
22 वर्ष के सफर के बाद निफा ने रक्त दान शिविर का आयोजन किया। इसमें 60 यूनिट रक्त इकट्ठा हुआ। 21 सितंबर 2000 को होंद में आयी संस्था नेशनल इंटेग्रेटेड फोरम आफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफा) ने 22 वर्ष में करनाल व देश का नाम अनेक बार अंतरराष्ट्रीय पटल पर रोशन किया।
6 बार गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकोर्ड व एक बार वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड लंदन में नाम दर्ज करा चुकी संस्था निफा की इस समय देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शाखाएं हैं। हज़ारों युवा कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता निफा सदस्य के रूप में देश के विकास व समाज भलाई के कार्यों में सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
रक्तदाताओं का बैज लगाकर सम्मान
देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज के शिविर का उद्घाटन मानव सेवा संघ से स्वामी प्रेम मूर्ति, डीडीपीओ रणबीर सिंह खुड्डिया, निफा संरक्षक डॉक्टर लाजपत राय चौधरी, ज़िला रेड क्रॉस सचिव कुलबीर मलिक, निफा की स्थापना से संस्था के संरक्षक तरलोचन सिंह, उद्योगपति व संस्था के संरक्षक विजय सेतिया, प्रिन्सिपल डॉक्टर गुरविंदर सिंह, सतिंदर मोहन कुमार, जे आर कालड़ा, कुलज़िंदर मोहन सिंह बाठ, अनिल गुप्ता, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के ज़िला समन्यवक जोगिन्दर कुमार, नेहरू युवा केंद्र संगठन की ज़िला संयोजक रेणु ने रक्तदाताओं को बैज लगाकर व प्रशस्ति पत्र देकर किया।
80 लोगों का रजिस्ट्रेशन, 60 ने किया रक्तदान
आज स्थापना दिवस के अवसर पर निफा की ओर से विशेष यादगारी स्मृति चिन्ह कॉफ़ी मग के रूप में दिया गया जिस पर निफा का लोगो विशेष रूप से प्रिंट करवाया गया। इस अवसर पर अतिथियों के साथ निफा के संस्थापक अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु, संयोजक एडवोकेट नरेश बराना, सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, उप प्रधान परमजीत सिंह आहूजा, पूर्व महासचिव व सलाहकार हरीश शर्मा, पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमिंदर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्रवण शर्मा, ज़िला सचिव हितेश गुप्ता, शहरी प्रधान मनिंदर सिंह बब्बू, इंद्री प्रधान शिव शर्मा, घरौंडा प्रधान कमलकांत धीमान, असंध प्रधान आलमजीत सिंह पन्नु, पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष गौरव पुनिया सहित अनेक निफा सदस्य मौजूद रहे। सुबह से ही रक्तदान के लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा था व सुबह 10 बजे आस दोपहर बाद 2 बजे तक चले इस शिविर में कुल 80 लोगों ने पंजीकरण करवाया जिनमे से 60 का रक्त दान करवाया गया।
पीजीआई खानपुर की टीम का रहा सहयोग
पीजीआई खानपुर की ब्लड बैंक टीम को यह सारा रक्त गम्भीर मरीज़ों के इलाज के लिए प्रदान किया गया। आज के रक्त दान शिविर की ख़ासियत ये रही कि इसमें समाज के हर तबके के लोगों ने रक्त दान किया। समाज सेवी युवाओं के साथ साथ मीडिया के साथी भी रक्त दान के लिए आगे आए। वरिष्ठ पत्रकार कमल मिड्डा व विनय विज ने भी अपना रक्त दान कर एक नया सभी को रक्त दान के लिए प्रेरित किया। रक्त दान को महादान बताते हुए डीडीपीओ राजबीर ने कहा कि निफा द्वारा विगत 22 वर्षों में जिस प्रकार समाज हित के हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है वह प्रशंसनीय है। कुलबीर मलिक ने ज़िला रेड क्रॉस की ओर से रक्त दान में लगातार योगदान के लिए निफा का आभार व्यक्त किया व स्थापना दिवस की बधाई दी। स्थापना दिवस का केक काटने के बाद निफा के संरक्षक डॉक्टर लाजपत राय चौधरी ने कहा कि उन्हें निफा जैसी संस्था का संरक्षक होने पर गर्व है। संस्था संरक्षक तरलोचन सिंह ने कहा कि उनका लगभग 20 साल का जुड़ाव इस संस्था से है व निफा टीम ने हमेशा राष्ट्र हित में कार्य किया है। प्रफ़ेसर एस एस बरगोटा व सतिंदर मोहन कुमार ने भी अपने उद्बोधन में निफा द्वारा लगातार 75 दिन रक्त दान शिविर लगाने को एक ऐसा प्रयास बताया जो अतुलनीय है। निफा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि संस्था के युवा साथी पूरे देश में 75 दिनो में 750 रक्त दान शिविर लगाने व 75000 यूनिट रक्त एकत्रित करने के लिए कटिबद्ध है। यह पूरा अभियान अमृत महोत्सव को समर्पित है। संस्था की भविष्य योजनाओं पर रोशनी डालते हुए पन्नु ने बताया कि 29 अक्तूबर को रक्तदान अभियान पूरा होने के बाद संस्था 1 नवम्बर को हरियाणा दिवस पर रक्त दान पर दो दिवसीय रक्त दान सम्मेलन का आयोजन देश की राजधानी दिल्ली अथवा आस पास करेगी जिसमें पूरे देश से इस अभियान में भाग लेने वाली संस्थाओं को बुलाकर सम्मानित किया जाएगा व साथ ही देश को स्वैच्छिक रक्त दान में आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर चर्चा कर इसे शुरू किया जाएगा।
ये लोग रहे मौके पर मौजूद
शहर के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने पंचायत भवन पहुँच कर निफा को स्थापना दिवस के 22 सफल वर्ष पूरे होने की बधाई दी जिनमे स्वामी प्रेम मूर्ति, निफा संरक्षक डॉक्टर लाजपत राय चौधरी, निफा की स्थापना से संस्था के संरक्षक तरलोचन सिंह, उद्योगपति व संस्था के संरक्षक विजय सेतिया, गुरु नानक खालसा कोल्लेज के प्रिन्सिपल डॉक्टर गुरविंदर सिंह, प्रफ़ेसर कृष्ण अरोड़ा, माँ झंडेवाली समिति से विनीत खेड़ा, थैलीसिमिया के लिए कार्य कर रहे संदीप सचदेवा, येस वी केन के प्रधान संजय बत्रा, निफा के संरक्षक व आजीवन सदस्यों में से कुलज़िंदर मोहन सिंह बाठ, जे आर कालड़ा, सतिंदर मोहन कुमार, हेड्मास्टर पृथ्वी सिंह, नसीब सिंह, सतिंदर रमण, ओ पी सचदेवा, अनिल गुप्ता, फ़तह सिंह, अनिता कुमारी, एएसआई नमना, राम कुमार कल्याण, प्रोफ़ेसर एस एस बरगोटा, हरमिंदर सिंह विर्क, नीड़ बलेसिंग्स नोट मनी संस्था के प्रधान गुरकीरत सिंह, रजनीश चोपड़ा आदि शामिल रहे।
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