Blood Clot In Brain : जानिए दिमाग में खून के थक्के जमने पर क्या लक्षण दिखते हैं

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Blood Clot In Brain

Blood Clot In Brain : मस्तिष्क में रक्त का थक्का जमना (ब्लड क्लॉटिंग) एक गंभीर समस्या है। इसे मेडिकल भाषा में सेरेब्रल थ्रोम्बोसिस और आम भाषा में दिमाग में खून जमना कहा जाता है। दिमाग में रक्त का थक्का तब बनता है, जब मस्तिष्क में रक्त वाहिका संकीर्ण होने लगती हैं, जिससे रक्त प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है। रक्त का थक्का मस्तिष्क तक ऑक्सीजन और अन्य पोषक तत्वों की पहुंचने से रोक देता है, जिससे मस्तिष्क कोशिकाएं मरने लगती हैं।

यदि इसका समय पर इलाज न हो, तो यह स्थाई विकलांगता और यहां तक की मृत्यु का कारण भी बन सकता है। दिमाग में खून का थक्का जमने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। यदि समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। आइए, जानते हैं दिमाग में रक्त का थक्का जमने के लक्षणों के बारे में –

तीव्र सिरदर्द होना

दिमाग में खून का थक्का जमने की स्थिति में अचानक और अत्यधिक सिरदर्द हो सकता है। यह सिरदर्द साधारण सिरदर्द से बहुत अधिक तीव्र होता है। अगर आपको बिना किसी स्पष्ट कारण असहनीय सिरदर्द हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

हाथ-पैरों में कमजोरी

दिमाग में खून का थक्का जमने पर शरीर के एक तरफ कमजोरी या सुन्नता महसूस हो सकती है। यह आमतौर पर हाथ-पैरों या चेहरे के एक हिस्से को प्रभावित करता है। अगर आपको इस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

बोलने-समझने में कठिनाई होना

अगर कोई व्यक्ति अचानक से बोलने में कठिनाई महसूस करने लगे, तो यह दिमाग में खून का थक्का जमने का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को स्पष्ट बोलने में कठिनाई हो सकती है या भाषा को समझने में परेशानी हो सकती है। अगर आपको ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

नजर धुंधली होना

दृष्टि में अचानक परिवर्तन भी दिमाग में खून जमने का एक लक्षण हो सकता है। अगर आपको अचानक से कम या धुंधला दिखाई देने लगा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग के कारण होने वाले स्ट्रोक का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

बैलेंस बिगड़ना

जब मस्तिष्क में खून का थक्का जम जाता है, तो शरीर का एक हिस्सा कमजोर हो जाने के कारण चलने में कठिनाई हो सकती है। साथ ही, शरीर का संतुलन न बनाए रख पाना या बार-बार चक्कर आना भी दिमाग में खून जमने के संकेत हो सकते हैं।