संजीव कौशिक, राेहतक:
प्रदेश में गैर कानूनी तरीके से चल रहे ब्लड बैंक पर एफडीए ने कार्रवाई तेज कर दी है। इसी के चलते देश का पहला ऐसा मामला रोहतक में दर्ज किया गया है। जब एक फर्जी प्रमाण पत्र वाले डॉक्टर के हवाले ब्लड सेंटर चलाया जा रहा था। इस मामले में एफडीए विभाग के सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर कृष्ण कुमार की ओर से थाना अर्बन एस्टेट में मामला दर्ज करवाया है।
धोखाधड़ी करने का मामला
शुरुआती जांच में यह भी पाया गया कि ली क्रेस्ट ब्लड सेंटर गाजियाबाद के अधिकृत अस्ताक्षरी संदीप कुमार अहलावत जोकि नोबल ब्लड सेंटर का भी महाप्रबंधक है, सांठगांठ कर डाॅ. दीपक ने फर्जी प्रमाण-पत्र बनवाया। एफडीए विभाग की ओर से गठित कमेटी की जांच में यह कथित अनुभव प्रमाण पत्र झूठा, जाली और फैब्रिकेटेड पाया गया। इसका इस्तेमाल करके हरियाणा सरकार के साथ नाजायज फायदा उठाने के लिए धोखाधड़ी करने का मामला पाया गया।
केन्द्रों का संचालन कानून के दायरे में रहकर करें: मंत्री अनिल विज
रोहतक के सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ने झज्जर के कुकडौला निवासी डाॅ. दीपक कुमार और अन्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवा दी है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ब्लड बैंक सेंटर संचालकों को कहा कि वे अपने केन्द्रों का संचालन कानून के दायरे में रहकर करें।
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