Blocks brain nerves: जानिए दिमाग की नसें ब्लॉक् होने पे क्या लक्षण दिखाई देते है

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Blocks brain nerves

Blocks brain nerves : दिमाग हमारे शरीर का अभिन्न अंग है। इसकी मदद से शरीर के लगभग सभी कार्य बेहतर ढंग से होते हैं। ऐसे में अगर मस्तिष्क में किसी तरह की परेशानी हो जाए, तो कई तरह की समस्याएं बढ़ने का खतरा रहता है। मुख्य रूप से दिमाग की नसें ब्लॉक होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है, जिसकी वजह से ब्रेन काम करना बंद कर सकता है। दिमाग की नसें ब्लॉक होने पर शरीर में कई तरह के संकेत दिखते हैं। आइए इस लेख में जानते हैं दिमाग की नसें ब्लॉक होने पर दिखने वाले लक्षण कौन-कौन से हैं?

तेज या मध्यम सिरदर्द

दिमाग की नसें ब्लॉक होने पर मरीजों के तेज या मध्यम सिरदर्द हो सकता है। इस तरह का लक्षण ब्लॉक होने से कुछ दिनों पहले दिख सकते हैं। अगर आपके दिमाग की नसें ब्लॉक हो गई हैं, तो इस स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। ताकि स्थिति का समय पर इलाज हो सके। Also Read – दिमाग की नस फटने से पहले आता है छोटा अटैक, इन 10 लक्षणों से समय रहते करें पहचान

शरीर के एक तरफ सुन्नपन महसूस होना

शरीर का एक हिस्सा सुन्न होना या फिर झुनझुनी जैसा महसूस होना भी दिमाग की नसों में ब्लॉकेज की ओर इशारा करता है। ऐसे संकेतों को अक्सर लोग साधारण समझने की गलती करते हैं। अगर आपको इस तरह की परेशानी हो रही है, तो फौरन अपने डॉक्टर की सलाह लें।

आंखों की रोशनी कम होना या धुंधली दिखना

दिमाग की नसें ब्लॉक होने से कुछ दिनों पहले मरीजों की दृष्टि धुंधली या फिर कम दिखाई देने लगती है। इस तरह के संकेतों को इग्नोर न करें। यह काफी गंभीर हो सकती है। अगर आपके आंखों की रोशनी खराब हो रही है, तो फौरन अपने डॉक्टर की मदद लें। ताकि स्थिति का समय पर इलाज हो सके। Also Read – क्या है दिमाग की नस फटना और उससे पहले ही देखा जा सकता है ये खास लक्षण जो बचा सकता है जान

फोकस में कमी महसूस होना

दिमाग की नसें ब्लॉक होने की स्थिति में मरीजों को फोकस करने में काफी ज्यादा तकलीफ का अनुभव होता है। उन्हें किसी भी चीज में फोकस करने पर चक्कर या फिर कमजोरी जैसा महसूस होने लगता है। अगर आपको ऐसे संकेत दिख रहे हैं, तो फौरन अपने डॉक्टर की मदद लें।

बोलने या बातचीत के दौरान परेशानी

दिमाग की नसें ब्लॉक होने से कुछ दिनों पहले ब्रेन में ब्लड फ्लो धीमा होने लगता है, जिसकी वजह से ब्रेन काम करना स्लो कर देता है। ऐसे में मरीजों को बोलने या फिर दूसरों से बातचीत करने में काफी ज्यादा तकलीफ होने लगती है। इस स्थिति में तुरंत अपनी जांच कराएं।