Delhi Exit Poll : दिल्ली में भाजपा का 27 साल का सूखा खत्म होने के आसार

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Delhi Exit Poll
Delhi Exit Poll : दिल्ली में भाजपा का 27 साल का सूखा खत्म होने के आसार

ज्यादात्तर एग्जिट पोल में भाजपा बहुमत के सबसे नजदीक, आप दूसरे व कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन

Delhi Exit Poll (आज समाज), नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। हालांकि कई मतदान केंद्रों पर भाजपा और आप नेताओं व कार्यकर्ताओं के बीच आपसी तनातनी साफ रूप से दिखाई दी लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इसी के साथ मतदान के बाद यदि कोई पार्टी अथवा नेता सबसे ज्यादा खुश दिखाई दे रहे हैं तो वह है भारतीय जनता पार्टी। भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सत्ता का 27 साल का सूखा खत्म होने के आसार हैं। शाम साढ़े 6 बजे के बाद जारी हुए एग्जिट पोल में भी यह काफी ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है।

दिल्ली के लिए क्या हैं समीकरण?

दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं। इनके लिए 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां 5 फरवरी 2025 को सभी सीटों पर एक ही चरण में मतदान कराया गया। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के संदीप दीक्षित और भाजपा के प्रवेश वर्मा भी इसी सीट से उम्मीदवार हैं। दूसरी तरफ मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी मलेर्ना पिछली बार की तरह ही इस बार भी कालकाजी सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इसी सीट पर भाजपा से उन्हें रमेश बिधूड़ी टक्कर दे रहे हैं।

2015 में कैसा था दिल्ली का एग्जिट पोल?

2015 के विधानसभा चुनावों में छह सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को सीधा बहुमत मिलता दिखाया गया। हालांकि, किसी भी एग्जिट पोल में आप की प्रचंड जीत की संभावना नहीं दर्शाई गई थी। केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को तब पोल आॅफ पोल्स में 45 सीटें मिलती दिख रही थीं। वहीं भाजपा को 24 और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट का अनुमान लगाया गया था। हालांकि, नतीजों ने चुनावी विश्लेषकों को चौंका दिया। आप ने इस चुनाव में 67 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। वहीं भाजपा महज तीन सीटों पर सिमट गई। एग्जिट पोल के नतीजे कांग्रेस के लिए काफी हद तक सही साबित हुए, जिसे एक भी सीट नसीब नहीं हुई।

2020 में यह रहे थे नतीजे

दिल्ली में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा को आठ और कांग्रेस एक बार फिर कोई सीट हासिल नहीं कर पाई। यानी नतीजों में एग्जिट पोल्स की छाप एक बार फिर देखने को मिली। आठ सर्वे एजेंसियों ने एग्जिट पोल्स जारी किए। सभी एग्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी को बहुमत दिखाया गया और वही हुआ।