आज समाज डिजिटल, (BJP State President): बीजेपी ने आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर चार राज्यों में नए अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। बीजेपी के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वीरेंद्र सचदेवा को दिल्ली की कमान सौंपी है। वहीं सीपी जोशी को सतीश पूनिया की जगह राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि राजस्थान में इसी साल अब आठ माह बाद चुनाव होने हैं। ओडिशा में मनमोहन सामल और बिहार में सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं दिल्ली और बिहार में 2025 और ओडिशा में 2024 में विधानसभा चुनाव होंगे।
- वीरेंद्र को दिल्ली और सम्राट को बिहार की कमान
- ओडिशा में मनमोहन सामल प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त
बीजेपी ने कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को स्थायी दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। नगर निगम चुनाव में हार के बाद आदेश गुप्ता ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वीरेंद्र सचदेवा को पार्टी आलाकमान ने दिल्ली बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। वह 1988 से राजनीति में एक्टिव हैं। बिहार के नए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं और प्रदेश सरकार में वह तीन बार मंत्री रह चुके हैं।
ओडिशा के पूर्व मंत्री रह चुके हैं मनमोहन सामल
ओडिशा में मनमोहन सामल ओडिशा के पूर्व मंत्री रह चुके हैं। उन्हें समीर मोहंती की जगह राज्य का पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी प्रेसिडेंट के तौर पर मोहंती का तीन साल का टर्म इस साल 16 जनवरी को पूरा हो गया था। नया अध्यक्ष न चुने जाने के कारण वे अब तक पार्टी प्रेसिडेंट का काम संभाल रहे थे। सामल को उनकी संगठनात्मक ताकत और अनुभव के चलते प्रेसिडेंट पद के लिए चुना गया है। पूर्व मंत्री होने के साथ वे तब भी राज्य में यूनिट प्रेसिडेंट रहे हैं जब बीजेपी और बीजू जनता दल की गठबंधन वाली सरकार थी। कहा जा रहा है कि ओडिशा में विपक्षी नेता जयनारायण मिश्रा पश्चिमी ओडिशा से हैं, इसलिए भाजपा ने तटीय क्षेत्र से अध्यक्ष का चुनाव किया है।
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया व राहुल पर साधा निशाना
कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर फिर हमला बोला है। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘आजाद’ में दावा किया है कि जब असम के मौजूदा सीएम हिमंता बिस्वा सरमा से जुड़ा प्रकरण राहुल के सामने आया तो उन्होंने बहुत ही गलत तरीके से उसे मैनेज किया। उस समय हिमंता कांग्रेस में होते थे।
गुलाम नबी की आत्मकथा के अनुसार राहुल से जब कहा गया है कि हिमंता कई विधायकों को लेकर बगावत कर सकते हैं तो उन्होंने कहा, ‘उसे जाने दो’। गुलाम नबी ने सोनिया को लेकर लिखा कि सबकुछ जानते हुए भी सोनिया ने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं निभाई। अगले महीने गुलाम नबी की आत्मकथा का विमोचन अगले महीने होगा।
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