BJP National President, अजीत मेंदोला, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रदेशों के चुनाव समय पर पूरे नहीं होने के चलते बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में फिर देरी होने जा रही है। सूत्रों की माने तो अध्यक्ष का चुनाव फरवरी मार्च तक खिसक गया दिख रहा है। जबकि पहले चुनाव 30 जनवरी तक पूरे किए जाने की उम्मीद थी। पार्टी ने 15 जनवरी तक प्रदेशों के चुनाव पूरे करने को कहा था, लेकिन अधिकांश राज्यों में जिला और मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे नहीं हो पाए। इसकी एक वजह प्रदेश स्तर की गुटबाजी भी बताई जा रही है। इसके चलते एक भी प्रदेश में अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया।
जनवरी की शुरूआत में जल्द चुनाव करवाने को कहा गया
आधे से ज्यादा प्रदेशों में अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होना था। जनवरी की शुरूआत में ही संगठन महामंत्रियों की बैठक में प्रदेशों को चुनाव जल्द कराने को कहा गया था। प्रदेश अध्यक्षों के साथ ही राष्ट्रीय परिषद के सदस्य चुने जाने थे। पार्टी ने हर राज्य के लिए चुनाव अधिकारी भी घोषित कर दिए थे। सूत्रों की माने तो छत्तीसगढ़ को छोड़कर एक भी राज्य में जिला व मंडल अध्यक्ष के चुनाव ही पूरे नहीं हो पाए हैं। जबकि इन्हें दिसंबर तक पूरा किया जाना था। उम्मीद थी कि जनवरी के पहले हफ्ते में प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया को 15 जनवरी के आसपास पूरा करने का लक्ष्य था,लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
इन राज्यों में अभी सदस्यता अभियान ही पूरा हुआ
हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के चलते सदस्यता अभियान ही अभी तक पूरा हो पाया है। दिल्ली में विधानसभा का चुनाव चल रहा है। इस तरह इन राज्यों में तो चुनावी प्रक्रिया मार्च तक खिंचेगी। इनके अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे कई राज्यों में जिला व मंडल के चुनाव को लेकर आम सहमति बनाने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
प्रदेशों का चुनाव 30 जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद
जिला व मंडल के चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सदस्यों में सहमति बना चुनाव कराना होगा। जो राज्यों के हालात दिख रहे हैं उससे प्रदेशों का चुनाव 30 जनवरी तक पूरा हो पाएगा संदेह है। हालांकि संगठन महामंत्री राज्यों का दौरा कर कई बार हिदायत भी दे चुके हैं। इस स्थिति में लगता है कि पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने में अभी समय लग सकता है।
पिछले साल खत्म हो चुका था नड्डा का कार्यकाल
पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा का कार्यकाल पिछले साल खत्म हो चुका था ।लोकसभा चुनाव के लिए नड्डा का कार्यकाल पहले 6 माह बढ़ाया गया अब अब अध्यक्ष के चुनाव पूरा होने तक कार्यकाल रहेगा। विधानसभा फिर लोकसभा के चुनाव के चलते बीजेपी में पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नाम कई चल रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की पिछड़ों की राजनीति और अब फिर से जय बापू, जय भीम, जय संविधान अभियान चलाने की घोषणा को देखते हुए पार्टी किसी दलित को मौका दे सकती है, ताकि कांग्रेस के अभियान को कमजोर किया जा सके।
कांग्रेस का 21 जनवरी से अभियान शुरू करने का निर्देश
कांग्रेस ने 3 जनवरी से देशभर में जय भीम और जय संविधान अभियान चलाने की घोषणा की हुई थी,लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के चलते अभियान ही शुरू नहीं हो पाया। सूत्रों की माने तो पार्टी ने फिर प्रदेशों को सर्कुलर भेजा है कि वह अभियान शुरू करें। संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल द्वारा भेजे सर्कुलर में 21 जनवरी से अभियान शुरू करने को कहा गया है। 27 जनवरी मध्यप्रदेश के मऊ में विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। पार्टी इस अभियान को पूरे साल चलाने की योजना बना रही है।अभियान को जय बापू,जय भीम और जय संविधान नाम दिया गया है।कांग्रेस पिछड़ों की राजनीति कर अंबेडकर के मामले को तूल दे बीजेपी पर हमला करेगी।
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