नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सियासी गतिरोध कायम है। दोनों पार्टियों में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान हो रही है। शिवसेना की मागं है कि वह मुख्यमंत्री पद से नीचे नहीं मानेगी। गौरतलब है कि अब तक शिवसेना-भाजपा के बीच 50-50 फॉमूर्ले पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है। शिवसेना जहां मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉमूर्ला अपनाने को कह रही है, वहीं भाजपा ने इससे इनकार कर दिया है। इस बीच आज भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिला। जिस समय भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिल रहा था उस समय शिवसेना के विधायकों को उद्धव ठाकरे संबोधित कर रहे थे।
इस बैठक में उन्होंने साफ कर दिया कि शिवसेना मुख्यमंत्री पद से नीचे कुछ भी नहंी लेगी। इस बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है। वहीं, शिवसेना ने सामना के जरिए भाजपा पर विधायकों को अपने पाले में लेने के लिए पैसे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल बोले: महाराष्ट्र के लोगों ने गठबंधन को जनादेश दिया है। सरकार बनाने में देरी हो रही है। आज हम राज्य में राजनीतिक परिस्थिति और कानूनी विकल्पों पर चर्चा के लिए राज्यपाल से मिले। इस बीच शिवसेना ने अपने विधायकों को दो दिनो के लिए होटल में ठहराया है। उद्धव ठाकरे के साथ मातोश्री में बैठक के बाद बोले शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल: शिवसेना विधायक अगले दिन दिनों तक होटल रंग शारदा में ठहरेंगे। उद्धव ठाकरे जो कहेंगे हम वही करेंगे।