Haryana Vidhansabha Chunav, चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhansabha Chunav) का बिगुल बज चुका है. कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता हासिल करने की कवायद में जुटी है, तो वहीं दूसरी ओर सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सूबे में सरकार बनाने का दावा कर रही है. सभी 90 विधानसभा सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल करने को लेकर सभी राजनीतिक दल मंथन कर रहे हैं.
बीजेपी कर चुकी हैं मंथन
गुरुग्राम में आयोजित हुई प्रदेश चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक में बीजेपी ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों का मंथन कर लिया है. मंथन के बाद तैयार सूची केंद्रीय चुनाव समिति के सामने पेश होगी. जिसमें सूची पर मंथन के बाद फाइनल नामों की लिस्ट जारी होगी. उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी की प्रत्याशियों की पहली सूची अगस्त महीने के आखिरी सप्ताह में आ सकती है.
माना जा रहा है कि बीजेपी मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के टिकट भी काट सकती है. यानि मौजूदा विधायकों में से करीब चालीस फीसदी का टिकट कट सकता है. हालांकि चर्चा ये है कि फिलहाल जो लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति के पास चर्चा के लिए भेजी जाएगी उसमें अभी सभी विधायकों के नाम रखे गए हैं. इसके साथ ही पार्टी कुछ वरिष्ठ नेताओं के परिवार के सदस्यों को भी जीत पक्का करने के लिए चुनावी रण में उतार सकती है. वहीं, कुछ सीटों पर पार्टी ने सिर्फ एक ही उम्मीदवार को फाइनल किया है.
26 अगस्त को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार फाइनल करने को लेकर कांग्रेस पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में 26 अगस्त को बुलाई गई है. पार्टी इस बार हरियाणा में बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए पूरी तरह आश्वस्त हैं. ऐसे में इस बार कांग्रेस के टिकट के दावेदारों की लिस्ट भी लंबी है.
वहीं, पार्टी के दिग्गज नेता अपने-अपने चहेतों को टिकट दिलाने की जुगत में लगे हुए हैं. हालांकि, सूत्रों का कहना हैं कि हुड्डा और कुमारी सैलजा गुट एक- दूसरे के गुट के नेताओं की टिकट कंफर्म होने में कोई अड़चन नहीं डालेंगे. इसके अलावा, लगातार 2 बार चुनाव हार चुके नेताओं को टिकट मिलना मुश्किल बताया जा रहा है. हरियाणा में 5 सितंबर से नामांकन शुरू हो रहें हैं.