Haryana Assembly Election: हरियाणा में 4 सीटों पर उम्मीदवार बदल सकती है भाजपा, दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई

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हरियाणा में 4 सीटों पर उम्मीदवार बदल सकती है भाजपा, दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
हरियाणा में 4 सीटों पर उम्मीदवार बदल सकती है भाजपा, दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई

Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में टिकट वितरण के बाद बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है। चुनाव के दौरान इस बगावत को लेकर भाजपा के दिल्ली में बैठे नेता भी अलर्ट हो गए हैं। इसको लेकर दिल्ली में शाम को इमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग में जिन सीटों पर बगावत हो रही है, उन सीटों को लेकर चर्चा की जाएगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो 4 विधानसभा सीटों पर पार्टी कैंडिडेट बदल सकती है। इसकी लिस्ट दूसरी लिस्ट के साथ जारी हो सकती है। भाजपा के प्रदेश स्तर के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह पक्का नहीं है लेकिन बगावत का स्तर और उसमें शामिल नेताओं के ग्राउंड फीडबैक के आधार के हिसाब से पार्टी फैसला ले सकती है। सिरसा में मंत्री रणजीत चौटाला के बगावती सुर को देखते हुए पार्टी ने हरियाणा लोक हित पार्टी के मुखिया गोपाल कांडा को दिल्ली में तलब कर लिया है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक उनको पार्टी ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय करने का आफर दिया है।

32 नेता बीजेपी छोड़ गए

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी होने के साथ ही पार्टी में भगदड़ मच गई है। बुधवार शाम को 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे गिरने शुरू हो गए। यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। 24 घंटे से भी कम समय में पार्टी के 32 बड़े चेहरों ने अलविदा कह दिया है। इनमें 1 मंत्री, 1 विधायक, 5 पूर्व विधायक भी शामिल हैं। प्रदेश में रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, उकलाना, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी, इसराना, हिसार, समालखा में बगावत दिखी।

अब इन 4 सीटों पर बदलाव संभव

इंद्री विधानसभा: यहां से बीजेपी ने राम कुमार कश्यप को मैदान में उतारा है, जिससे नाराज होकर कर्णदेव कंबोज ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कंबोज ने अपने इस्तीफे में लिखा है, मैं बीजेपी ओबीसी मोर्चा और सभी अन्य पदों से अपना त्यागपत्र देता हूं। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पंडित दीन दयाल उपाध्याय तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रहीं। इसके बाद वीरवार को सीएम सैनी खुद कंबोज को मनाने के लिए पहुंचे।

सोनीपत विधानसभा: यहां से भाजपा ने खोई सीट को दोबारा पाने के लिए अपने पुराने नेताओं-वर्करों को किनारे कर दिया है। यहां से 2 माह पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए निखिल मदान को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है। जिसके बाद यहां से टिकट की प्रबल दावेदार पूर्व मंत्री कविता जैन ने बगावत शुरू कर दी है। उन्होंने भाजपा को टिकट बदलने के लिए कहा है। अब उन्होंने 8 सितंबर के लिए मैसेज जारी कर दिया है कि जिस तरह से भाजपा की टिकट वितरण में कार्यकतार्ओं एवं जनता की भावनाओं की अनदेखी की है, उसके चलते रविवार को बैठक कर अगला फैसला लिया जाएगा। कविता जैन ने कल ही समर्थकों की मीटिंग कर भाजपा को 8 सितंबर तक उम्मीदवार बदलने का अल्टीमेटम दिया है। कविता जैन ने कल ही समर्थकों की मीटिंग कर भाजपा को 8 सितंबर तक उम्मीदवार बदलने का अल्टीमेटम दिया है।

हिसार विधानसभा: यहां से भाजपा ने कैबिनेट मंत्री कमल गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है, जिसके बाद भाजपा नेत्री और उद्योगपति सावित्री जिंदल ने बगावत कर दी है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मीटिंग कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उन्हें मनाने की कवायद जारी है, खुद कमल गुप्ता उनसे मिलकर चुनाव नहीं लड़ने का आग्रह कर चुके हैं। सावित्री जिंदल का कहना है कि ये उनका आखिरी चुनाव है। उनके कुछ काम बच गए हैं, जिन्हें वह पूरा करने के लिए चुनाव लड़ना चाहती हैं। उनके भाजपा सांसद बेटे नवीन जिंदल ने भी मां का समर्थन किया है।

बवानीखेड़ा विधानसभा: यहां से भाजपा ने कपूर वाल्मीकि को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने यहां से नायब सैनी की राज्यमंत्री विशंभर वाल्मीकि की टिकट काट दी है। जिसके बाद पार्टी में बगावत शुरू हो चुकी है। विशंभर वाल्मीकि का अपने हल्के और समाज के लोगों में अच्छा प्रभाव है।

हलोपा को बीजेपी का विलय का आफर

सिरसा सीट पर भी बगावत हो रही है। भाजपा ने इस बार यहां से सैनी के कैबिनेट मंत्री रह चुके रणजीत सिंह चौटाला को टिकट नहीं दिया है। पार्टी ने इस सीट पर हलोपा से गठबंधन के बाद गोपाल कांडा की ओर से उम्मीदवार उतारा गया है। हालांकि विरोध को देखते हुए कांडा को पार्टी ने दिल्ली में बुलाया है। जहां उनको पार्टी की ओर से एचएलपी को बीजेपी में विलय का आॅफर मिला है, लेकिन कांडा ने मना कर दिया है। कांडा अभी दिल्ली में ही हैं, उनकी केंद्रीय नेतृत्व से दूसरी मीटिंग हैं, जिसमें फैसला होगा कि वह पार्टी को बीजेपी में विलय करेंगे या अकेले चुनाव लड़ेंगे।

दिल्ली में बैक टू बैक चल रही मीटिंग

हरियाणा में टिकटों की लेकर चल रही बगावत के बाद दिल्ली का केंद्रीय नेतृत्व पूरी तरह से अलर्ट है। इसको लेकर बैक टू बैक मीटिंगें भी चल रही हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को भी दिल्ली बुलाया गया है, जहां केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मीटिंग होनी है। हालांकि देर शाम को ही ये मीटिंग संभव हो पाएगी।