नई दिल्ली। केंद्र सरकार के किसानों के प्रति रवैये को देखते हुए शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए। प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार को किसानों की आवाज दबाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा वैसे तो किसानों के हितों की बात करती है लेकिन दूसरी वह किसानों की आवाज दबाती है उनको बोलने नहीं देती है। दरअसल प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि अपनी मांगों को लेकर दिल्ली पहुंचे किसानों को राष्ट्रीय राजधानी के बाहर रोके जाने का अर्थ यह है कि किसानों की भलाई का प्रचार करने वाली भाजपा सरकार अन्नदाताओं को बोलने नहीं देती है।
उन्होंने ट्वीट कर सवाल भी किया, ‘क्या कारण है कि किसानों को दिल्ली आकर अपनी मांग उठाने से रोक दिया जाता है? भाजपा सरकार अपने प्रचार में तो किसानों की भलाई बताती फिरती है?” प्रियंका ने यह भी पूछा, ‘जब यूपी का किसान कहता है कि उन्हें गन्ने का बकाया चाहिए, कर्जमाफी और बिजली के दाम में कटौती चाहिए तो उन्हें बोलने क्यों नहीं दिया जाता?
बता दें कि किसानों-मजदूरों की समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दिल्ली पैदल मार्च कर आए भारतीय किसान संगठन को दिल्ली में घुसते ही रोक दिया गया था। किसान सैकड़ों की तादाद में दिल्ली बार्डर पर धरने पर बैठ गए थे। सुबह किसान बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंच रहे थे। वह सरकार से बातचीत करना चाहते थे। उनकी मांगें थीं कि सरकार उनसे बात करे या फिर उन्हें दिल्ली के किसान घाट जाने दिया जाए। इसके बाद किसानों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली पुलिस की गाड़ी में कृषि मंत्रालय ले जाया गया और जहां उन्होंने अपनी मांगें रखीं। बताया जा रहा है कि सरकार ने भारतीय किसान संगठन की 5 मांगें मान ली हैं जिसके बाद किसानों ने अपने आंदोलन को खत्म करने का एलान किया।