Changes In BJP, अजीत मेंदोला, (आज समाज), नई दिल्ली: राजस्थान समेत कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली है। ऐसे संकेत हैं कि इस महीने में आधे से ज्यादा राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव होते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके चलते आने वाले महीने केंद्र सरकार और संगठन दोनों के लिए बड़े अहम होने जा रहे हैं। मार्च में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलते ही बीजेपी की नई टीम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

अप्रैल तक हो जाएगा नई टीम का गठन

अप्रैल तक बीजेपी की नई टीम का गठन हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है। संगठन का काम पूरा होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में फेरबदल होना तय माना जा रहा है। इसके लिए चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं । मई में प्रधानमंत्री मोदी का तीसरे कार्यकाल का एक साल भी पूरा हो जाएगा। उसी दौरान ही प्रधानमंत्री मोदी अपनी टीम में कुछ नए चेहरों को मौका दे सकते हैं।

पीएम ने तीसरी पारी में मंत्रिमंडल में नहीं किया है विशेष बदलाव

प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी पारी की शुरूआत में अपने मंत्रिमंडल में विशेष बदलाव नहीं किया था, क्योंकि बीजेपी उस समय अपने दम पर बहुमत से चूक गई थी,लेकिन सहयोगियों के समर्थन से मोदी की अगुवाई में राजग सरकार का गठन हुआ था। दूसरी पारी के अधिकांश मंत्रियों को तीसरी पारी में भी मंत्री बनाए रखा। बड़े मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं किया था। ऐसा समझा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अब जो फेरबदल या बदलाव करेंगे वह बड़ा और व्यापक हो सकता है।

कई मंत्रियों की भी हो सकती है छुट्टी

कई मंत्रियों की भी छुट्टी हो सकती है। हरियाणा,महाराष्ट्र और दिल्ली की जीत ने प्रधानमंत्री मोदी की ताकत और बढ़ाई है। उनके नेतृत्व में राजग और ताकतवर हुआ है। इसलिए अब प्रधानमंत्री मोदी किसी को हटाने में हिचकेंगे नहीं। बीजेपी की बनने वाली नई टीम और पीएम मोदी की टीम में होने वाले बदलाव बड़े दिलचस्प हो सकते हैं। इसलिए संगठन चुनाव में बीजेपी हर राज्य पर विशेष फोकस कर रही है।

यूपी-एमपी को भी मिल जाएगा नया अध्यक्ष

उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों को नया अध्यक्ष भी मिल जाएगा। राजस्थान में मदन राठौर फिर से निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने ही अकेले नामांकन दाखिल किया। इसी तरह उन राज्यों में जहां प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति को एक साल से कम समय हुआ था, सब जगह अध्यक्ष रिपीट किए गए। जहां कार्यकाल समाप्त हो गया था जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश को नया अध्यक्ष मिलेगा। आधे से ज्यादा राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पूरे होते ही मार्च के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

लगातार टलता रहा है राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लगातार टलता रहा है। बीते साल जून में चुनाव होना था लेकिन आम चुनाव के चलते आगे बढ़ा दिया गया। फिर राज्यों के चुनाव के चलते टाला गया। इसके बाद राज्यों में चुनाव समय पर पूरे नहीं होने के चलते देरी हो गई। लेकिन अब पार्टी का पूरा फोकस राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर है। खींचतान के चलते राज्यों के संगठन चुनाव में भले ही देरी हुई लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के निर्देर्शों ने पार्टी को एक जुट भी किया।

राजस्थान : प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में दिखाई एकजुटता

राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी ने पूरी एकजुटता दिखाई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का नेतृत्व में पार्टी एक जुट दिखाई देने लगी है।पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सक्रियता से भी यही संदेश गया कि वह आलाकमान के निदेर्शों का पालन कर रही हैं।प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर के चुनाव के समय पूरी बीजेपी एक जुट दिखी। लंबे समय राजस्थान बीजेपी में एक जुटता का माहौल दिखाई दिया।राजे की सक्रियता से अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें दिल्ली में कोई अहम पद दिया जा सकता है।राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद संगठन में बड़े बदलाव होंगे और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी टीम में बदलाव कर सकते हैं।देखते हैं उस बदलाव में किसे क्या मिलता है।

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