कहा- हर चार साल बाद संगठन में बदलाव करेंगी इनेलो
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों को जानने के लिए इंडियन नेशनल लोकदल ने चंडीगढ़ में समीक्ष बैठक की। बैठक की अध्यक्षता इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि इनेलो हर चार साल के बाद संगठन में बदलाव किया करेंगी। बैठक में सभी विधानसभा उम्मीदवारों को भी बुलाया गया था। पार्टी के सभी पदाधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे। अभय चौटाला ने बताया कि चुनाव में पार्टी के नेताओं की क्या भूमिका रही, क्या कारण रहे कि पार्टी की परफॉर्मेंस डाउन रही, इस पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि अब सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि हर चार साल बाद पार्टी संगठन में बदलाव करेंगी।
अभय चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी ने अभी 2029 के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी। विधानसभा के अंदर और सड़क पर जनता के मुद्दे उठाएंगे जाएगे। इनेलो के सभी कार्यकर्ता पार्टी की मजबूती के लिए कार्य करेंगे। पार्टी के संगठन का नए सिरे से गठन किया जाएगा। नए साथियों को पार्टी में जगह मिलनी चाहिए। अभय सिंह चौटाला ने बताया कि अब चुनाव संपन्न हो गए हैं। जैसे ही किसान फ्री होगा, हम लोगों के बीच में जाएंगे। हरियाणा की बीजेपी सरकार की नाकामियों के बारे में लोगों को बताएंगे। बैठक के दौरान अभय चौटाला ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता में लाने में सबसे बड़ी भूमिका भूपेंद्र सिंह हुड्डा की है।
कांग्रेस को रोकने में सबसे बड़ी भूमिका भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने निभाई है। अभय ने कहा कि आने वाले समय में हरियाणा से कांग्रेस का नाम लेने वाला नहीं रहेगा। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चंडीगढ़ के बारे में जानकारी नहीं है, चंडीगढ़ हरियाणा का है। लोंगोवाल रिपोर्ट में लिखा था कि अगर चंडीगढ़ पंजाब को जाता है तो हिंदी भाषा इलाका हरियाणा को देना होगा।
हमें खत्म करने वाले खुद खत्म हो गए
बैठक के दौरान अभय चौटाला ने पूर्व डिप्टी सीएम को भी आडेÞ हाथों लिया। अभय चौटाला ने कहा कि चुनाव के दौरान जो लोग खत्म करने की सोच रहे थे आज वह खुद ही खत्म हो गए है। जनता ने उनके कर्मों का फल चुनाव के दौरान उन्हें दे दिया है। वहीं चडीगढ़ के सवाल पर अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा को बचाने के लिए चौधरी देवीलाल ने लड़ाई लड़ी। चंडीगढ़ हम किसी के पास नहीं जाने देंगे, चंडीगढ़ हरियाणा का है और रहेगा।
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