Bihar News: श्रीलंकाई राष्ट्रपति दिसानायके ने बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में की पूजा

0
53
Bihar News: श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने महाबोधि मंदिर में की पूजा-अर्चना
Bihar News: श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने महाबोधि मंदिर में की पूजा-अर्चना
  • यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है महाबोधि मंदिर
  • पीएम से की मुलाकात, कई समझौतों पर दस्तखत

Sri Lankan President Bihar Visit, (आज समाज), पटना: भारत दौरे पर आए श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके आज बिहार के बोधगया पहुंचे और वहां महाबोधि सोसाइटी के जयश्री महाबोधि मंदिर (Mahabodhi Temple) में उन्होंने  पूजा-अर्चना की। दिसानायके के आगमन पर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने गया हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया।

पवित्र बोधि वृक्ष के दर्शन किए : महाश्वेता महारथी 

बीटीएमसी की सचिव महाश्वेता महारथी ने बताया कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने महाबोधि  मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना की और पवित्र बोधि वृक्ष के दर्शन भी किए। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित भगवान बुद्ध से जुड़े सात स्थानों का दर्शन किया और साधना उद्यान में धर्म घंटा बजाया। साथ ही दिसानायके ने भगवान बुद्ध और उनके शिष्यों के अवशेषों के दर्शन किए। महाबोधि मंदिर एक प्राचीन बौद्ध मंदिर है। यहां बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। महाबोधि मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) भी है और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह बहुत महत्व रखता है।

दिसानायके ने पीएम मोदी से की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा 

सितंबर 2024 में श्रीलंका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दिसानायके की यह पहली विदेश यात्रा है। 15 से 17 दिसंबर तक वह भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि राष्ट्रपति दिसानायके ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पारस्परिक हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर दस्तखत हुए हैं।

श्रीलंका की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे 

दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वासन दिया है कि वह अपने देश की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे। हैदराबाद हाउस में मोदी के साथ मीडिया से बात करते हुए श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा, मैं भारत सरकार को आश्वस्त करता हूं कि श्रीलंका अपने क्षेत्र का इस्तेमाल किसी भी तरह से भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के प्रतिकूल नहीं होने देगा।

ये भी पढ़ें : Parliament Day 20: लोकसभा में आज पेश किया जाएगा ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक