बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का पहला चरण पूरा हो चुका है और अब दूसरे चरण का चुनाव कल है। तीन नवंबर को दूसरे चरण के लिए वोट डालेजाने हैं। लेकिन इसके पहले बिहार की राजनीति मेंगर्माहट तेज है। चुनाव प्रचार के दौरान पार्टियां एक दूसरे पर निजी हमले भी कर रही हैं। इसी बीच राम बिलास पासवान की मौत का मुद्दा राजनीति का कारण बन रहा है। दरअसल एनडीए की सहयोगी दल ‘हम’ ने प्रधानमंत्री का पत्र लिखा, पत्र में रामविलास पासवान के निधन पर प्रश्न किए गए हैं। बता दें कि ‘हम’ पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की है। उन्होंने अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने ये पत्र लिखकर कई सवाल पूछे और इसी के साथ उन्होंने राम बिलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को भी घेरा। इस पत्र में खास तौर पर उस वीडियो का जिक्र किया गया जिसमें चिराग पासवान पिता की मृत्यु के बाद एक संदेश शूट कर रहे थे। जिसमें राम बिलास पासवान की फोटो पीछे लगी थी लेकिन शूटिंग के दौरान वह हंसते मुस्कुरात ेदिखे थे। हालांकि इस वीडियो के वायरल होने पर उन्होंने सफाई दी थी कि क्या अब मुझे यह भी प्रमाणित करना होगा कि अपने पिता की मृत्यु पर मैं दुखी हूं। हम पार्टी की ओर से इस चिट्ठी में लिखा गया किसी केंद्रीय मंत्री के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आखिर किसके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने स्व रामविालास पासवान जी का मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया? उन्होंने यह भी लिखा कि देश के बड़े नेता और आपके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे रामविलास पासवान जी कुछ दिन पूर्व हमलोगों। को छोड़कर स्वर्ग सिधार गये, उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आज भी हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं। परंतु पूरे देश के दुख से अलग लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते मुस्कराते दिखाई दिये, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। प्रश्न किया गया कि आखिर किनके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने इलाजरत राम विलास पासवान से अस्पताल में सिर्फ तीन लोगों को मिलने की इजाजत दी? इसके अलावे भी ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब स्व राम विलास पासवान जी के परिजनों के साथ-साथ उनके प्रशंसक जानना चाहते हैं जिसकी जांच आवश्यक है। साथ ही इस पत्र में प्रधानमंत्री मोदी से स्व राम विलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच की भी मांग की गई है।