बिहार के डीजीपी गुप्तेशवर पांडेय नो अपे पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया। इसके बाद उन्होंने खुद को राजनीातिक पार्टी से जुड़े होने की बात से लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि उन्होंने अभी तक वो किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़े हैं। उन्होंने इस पर कोई फैसला नहींलिया है। आगे वह बोले कि अगर सामाजिक कार्य करने की बात है तो वो बिना राजनीति में आए भी कर सकते हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पिछले पन्द्रह सालों में बिहार में बहुत कुछ बदल गया है। पहले बिहार मेंजंगलराज था अब रामराज्य वाली स्थति है। बता दें कि आज वीआरएस लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम को सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव संवाद करेंगे। वह अपने इस लाइव सेशन में कई खुलासे भी कर सकते हैं। गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अफसर रहे हैंऔर उन्होंनं आज कहा कि सोशल मीडिया पर कई लोग मुझे ट्रोल कर रहे हैं। उन्होंने यह भी साफ किया कि मेरे वीआरएस का सुशांत मामले से जोड़ना गलत है। मैंने सुशांत के निराश और हताश पिता की मदद की लेकिन मेरी सीबीआई की अनुशंसा पर भी सवाल उठे, जो सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहरा दिया। हमने हंगामा तब किया जब हमारी पुलिस के साथ गलत हुआ। मेरे सुशांत मामले को उठाने को राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं जो सही नहीं है। बता दें गुप्तेश्वर पांडेय संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के अलावा वे मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी भी रहे हैं। एडीजी मुख्यालय और डीजी बीएमपी का भी उन्होंने पद संभाला था। केएस द्विवेदी के सेवानिवृत होने के बाद फरवरी, 2019 में बिहार के डीजीपी नियुक्त किए गए थे।