Big Statement Omicron Crisis
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण पर सरकार की ओर से गठित पैनल के सदस्य का कहना है कि देश में बच्चों के टीकाकरण की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है। बच्चों को वैक्सीनेशन नहीं करने का यह फैसला जिस डाटा के आधार पर लिया है, वह दिखाता है कि कोविड के चलते बच्चों में विशेष मृत्यु दर नहीं है। अक्टूबर में केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने भी वरिष्ठ अधिकारियों से कहा था कि बच्चों के लिए वैक्सीन को मंजूरी देने या टीकाकरण अभियान शुरू करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
यह कहा डा. जयप्रकाश ने Big Statement Omicron Crisis
नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप आॅन इम्युनाइजेशन के सदस्य डॉक्टर जयप्रकाश के मुताबिक पैनल ने केंद्र सरकार को बताया है कि बच्चे ठीक हैं और हमें अभी बच्चों का टीकाकरण नहीं करना चाहिए। भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। इसके बाद 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। वेल्लूर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉक्टर मुलयिल ने कहा कि भारत में कोविड-19 के चलते 12 साल से कम उम्र के बच्चों में मौत का एक भी मामला नहीं देखा गया है।
सभी मौतों का कारण कोविड-19 नहीं Big Statement Omicron Crisis
हमने कैंसर, ल्यूकेमिया और अन्य बीमारियों के चलते बच्चों में मौत दर्ज की हैं, जहां वे पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन इन मौतों का जिम्मेदार कोविड-19 को नहीं कहा जा सकता। फिलहाल केंद्र सरकार की तरफ से टीकाकरण के लिए कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
सरकार बरत रही सावधानी
भारत सरकार बच्चों के लिए टीकाकरण की शुरुआत से पहले काफी सावधानी बरत रही है। ऐसे में अंतिम योजना जमा करने से पहले ही सभी पहलुओं को देखने के लिए कहा था। इससे पहले भी मंडाविया ने अधिकारियों को विकसित देशों में बच्चों के धीमे टीकाकरण के पीछे के कारणों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कहा था।
Also Read : SC Society Will No Longer Tolerate Atrocities अब नहीं सहेगा एससी समाज अत्याचार, खाप करेगी सहायता : तंवर