प्रवीण वालिया, करनाल:
आम आदमी पार्टी की पंजाब में दस्तक देने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रहमोकरम पर कांग्रेस को छोड़ दिया है। बता दें कि हुड्डा अपने पसंदीदा विधायक और दलित नेता उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे। खुद विधायक दल के नेता रहेंगे।
चहेतों को उपप्रधान बनाने में सफल रहे दिग्गज
हरियाणा में आखिरकार कांग्रेस में सैलजा युग का अवसान हो गया है। कांग्रेस में 5 साल तक न तो प्रदेशाध्यक्ष के रूप में अशोक तंवर प्रदेश में संगठन खड़ाकर पाए और न ही कुमारी सैलजा। अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस के आलाकमान ने फ्री-हैंड छोड़ दिया है। इसके अलावा उन्होंने अपने खास जितेंद्र भारद्वाज और नारायणगढ़ से रामकिशन गुर्जर को कार्यकारी अध्यक्ष बनवा दिया। उधर, रणदीप सुरजेवाला अपने खास सुरेश गुप्ता मतलौडा को कार्यकारी अध्यक्ष बनवाने में सफल रहे। किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने में सफल रहीं।
अब हुड्डा पर रहेगीा आलाकमान की नजर
पूर्व सीएम हुड्डा अब किस तरह से करिश्मा दिखाते हैं। वह कांग्रेस को हरियाणा में सत्ता का सुख दिलवाते हैं। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या कांग्रेस के कुनबे को एक साथ लेकर चलना रहेगी। कांग्रेस ने सुरेश गुप्ता मतलौडा को प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर वैश्य समाज को साधने की कोशिश की है। उनका पूरे प्रदेश में वैश्य समुदाय पर प्रभाव हैं और वह पानीपत और करनाल में संघर्षशील नेता रहे हैं। जितेंद्र भरद्वाज गुरुग्राम के नेता हैं। उन्होंने सोनीपत, करनाल और यमुनानगर से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगा था। वहीं पर सुरेश गुप्ता मतलौडा करनाल से चुनाव लड़ चुके हैं। एक बार कांग्रेस से तो दूसरी बार आजाद चुनाव लड़ चके हैं। उधर राम किशन गुर्जर को सैलजा ने बनवाया है । उनकी पत्नी विधायक हैं। पूर्व सीएम हुड्डा के सामने आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी चुनौती हैं।
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