संजीव कुमार, रोहतक :
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डा. अनुपमा ने शनिवार को प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों व कोविड-19 जुड़े अधिकारियों के साथ एक मैराथन मीटिंग आयोजित की। डॉक्टर जी अनुपमा ने कड़े शब्दों में कहा कि करोना की तीसरी लहर को देखते हुए युद्ध स्तर पर तैयारियां आरंभ की जाएं। उन्होंने कहा कि वे किसी भी हाल में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगी। डा. अनुपमा ने कहा कि कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए ताकि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी की संभावना नहीं रहे। निदेशक डा. रोहतास यादव ने कहा कि कल डा. बीके पौल पूरे देश से चिकित्सकों की मीटिंग ली गई थी जिसके बाद आज यह कुलपति डॉक्टर जी अनुपमा द्वारा मीटिंग ली गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए संस्थान में 181 आईसीयू बेड तैयार हैं। डा. रोहतास यादव ने कहा कि हमें जल्द से जल्द एसआर की नियुक्ति करनी चाहिए ताकि कोविड-19 की तीसरी लहर के दौरान चिकित्सकों की कमी ना रहे। कुलसचिव डा. एच के अग्रवाल ने कहा कि यह मिटिंग भविष्य में करोना कि मैनेजमेंट को लेकर काफी मददगार साबित होगी, क्योंकि उन्होंने कई समस्याओं का मौके पर ही समाधान करते हुए गैस पाइपलाइन से जुड़े कर्मचारियों की अच्छे से ट्रेनिंग करवाने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार से आक्सीजन की वेस्टेज ना हो। उन्होंने कहा कि यदि हम कुछ समय के लिए भी मरीज के मुंह से आक्सीजन का मास्क हटाते हैं तभी तुरंत प्रभाव से आक्सीजन बंद करनी चाहिए जिससे आक्सीजन की बबार्दी ना हो। डा. अनुपमा ने कहा कि किसी भी बड़ी चुनौती से अकेले नहीं निपटा जा सकता ऐसे में हम सभी को एक टीम के रूप में कार्य करना होगा तभी हम लोगों को उच्च स्तर की अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सक्षम होंगे । चिकित्सा अधीक्षक डा. पुष्पा दहिया ने बताया कि 1833 एलपीएम के 2 आक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और 750 आक्सीजन पॉइंट लगाने का कार्य प्रगतिशील है। बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ गीता गठवाला और डॉ कुंदन मित्तल ने बताया कि 65 बेड का बच्चों का वार्ड तैयार है जिसमें 52 वेंटिलेटर की सुविधा है। डा धरूव चौधरी ने कहा कि हमें पहली व दूसरी वेव का अनुभव एक दूसरे से सांझा करते रहना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार के कोआर्डिनेशन का अभाव ना रहे। डा. अपर्णा व डा. सुनीता ने कहा कि कोविड-19 राम मरीजों की जांच के लिए काम आने वाले रिजेंट का टेंडर हो गया है और जल्द ही रिजेंट उपलब्ध हो जाएगा। सभी कॉलेजों के निदेशकों ने अपनी अपनी तैयारियों से अवगत करवाया। डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय तिवारी ने आश्वासन दिया कि उनके चिकित्सक पहले की तरह इस बार भी कोविड-19 से लड़ाई में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान करेंगे।इस अवसर पर कुलसचिव डा. एचके अग्रवाल, निदेशक डा. रोहतास यादव, डा. कुंदन मित्तल, डा. सुरेश सिंगल, डा. वरूण अरोड़ा सहित सभी मेडिकल कॉलेजों के निदेशक व कई चिकित्सक आनलाइन रूप से उपस्थित थे।
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