छोटी काशी के नाम से विख्यात भिवानी में गुप्त नवरात्रों के अवसर पर जगह-जगह हवन-यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन कर मां दुर्गा की 10 महाविधाओं की पूजा-अर्चना की गई। इसी के तहत देवसर धाम मंदिर परिसर में भी प्रथम गुप्त नवरात्रों के अवसर पर 11 जुलाई से शुरू हुए सप्तचंडी पाठ का आयोजन हवन-यज्ञ एवं भंडारे के साथ समापन हुआ। यह आयोजन मंदिर के पुजारियों द्वारा किया गया था। मंदिर के मुख्य पुजारी कंवरपाल ने बताया कि गुप्त नवरात्रों के अवसर पर जारी पाठ व हवन का आयोजन आचार्य गजानंद की प्रधानता में हुआ। मुख्य पुजारी ने कहा कि गुप्त नवरात्रि में प्रतिदिन मां का सहस्र नामों से आराधना सहित चंडी पाठ द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि गुप्त नवरात्र का महोत्सव विशेष रूप से शांति के लिए आयोजित किया गया, जिसमें नौ की जगह 10 देवियों की पूजा प्रतिदिन की गई। मुख्य पुजारी कंवरपाल ने बताया कि गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा करने से सभी दुख दूर होते है। उन्होंने बताया कि गुप्त नवरात्रि में त्रिपुरा भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां काली, मां भुवनेश्वरी, मां तारा देवी, माता मातंगी, त्रिपुरा सुंदरी, छिन्नमस्ता और माता कमला देवी की पूजा की गई। उन्होंने कहा कि मां अपने किसी भी भक्त को कदाचित मायूस नहीं होने देती। मुख्य पुजारी ने बताया कि गुप्त नवरात्रि का अनुष्ठान हवन, पूणोर्हूति व प्रसाद वितरण के साथ किया गया, जिसमें सभी भक्तों ने आहुति डालकर सौभाग्य प्राप्त किया। जिसमें मुख्य यजमान सुनील पुजारी रहे। इस मौके पर राजबीर पुजारी, पप्पू पुजारी, विक्रम पुजारी, सुरेंद्र पुजारी, मांगेराम पुजारी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विक्रम ठाकुर, भाजपा जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष बबीता तंवर, पूर्व सरपंच जसवंत, पूर्व प्रधान जयसिंह, पूर्व प्रधान अनिल मैनेजर, राजबीर सिंह, एसपी सिंह सहित अनेक भक्तगणों ने विश्व शांति के लिए पूर्ण आहुति डाली।