पंकज सोनी, भिवानी
एक यूनियन द्वारा जबदस्ती आटो व ई रिक्शा का किराया बढ़ाए जाने पर शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों व आम नागरिक द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस पर जिला प्रशासन ने भी बढ़े हुए किराये पर रोक लगा दी है उसके बावजूद यूनियन के पदाधिकारी जबरदस्ती किराया 20 रुपये करने पर अड़े हुए हैं। इसी को लेकर यूनियन के कुछ सदस्यों द्वारा हुड्डा पार्क में एक बैठक के लिए आटो व ई रिक्शा चालकों को पुराना बस स्टैंड व हांसी गेट के बीच में रोड पर आटो व ई रिक्शा को जबरदस्ती रोका गया और चालकों के साथ जबरदस्ती करते हुए उन्हें हुड्डा पार्क भेजा गया। आटो व ई रिक्शा में बैठी सवारियों को भी बीच रास्ते में ही उतार दिया गया। अधिकतर सवारियों ने यूनियन की जबरदस्ती का विरोध करते हुए कहा कि 20 रुपये किराया बहुत अधिक है। किराया 10 व 15 रुपये होना चाहिए। आटो व ई रिक्शा को रोकने पर रोड़ पर जाम लगा गया। इस जाम में एक मरीज को लेकर जाने वाली एंबुलेंस भी फस गई। एंबुलेंस के लिए भी रास्ता नहीं दिया गया। जिला प्रशासन को यूनियन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए और बढ़ाए हुए किराये पर भी कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। इन आटो चालकों में अनेक चालकों की तो आयु 18 वर्ष से भी कम है और कुछ आटो तो 10 वर्ष से अधिक के हैं तो कुछ आटो चालकों के पास पूरे कागज नहीं हैं इन सब की बारीकी से जांच होनी चाहिए।