पंकज सोनी, भिवानी :
अपनी बहाली की मांग को लेकर सर्दी, गर्मी की मार के बाद अब बारिश के बीच भी बर्खास्त पीटीआई धरने पर डटे हुए है तथा सरकार से उनको बहाल कर बेरोजगारी व आर्थिक तंगी के दलदल से बाहर निकालने की गुहार लगा रहे हैं। इसी कड़ी में स्थानीय लघु सचिवालय के सक्षम बर्खास्त पीटीआई का धरना मंगलवार को 442वें दिन भारी बारिश के बीच भी जारी रहा। इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए विनोद सांगा ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई पिछले सवा वर्ष से धरने पर बैठकर अपनी बहाली की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी मांगोंं को सिर्फअनसुना किए ज रही हैं। उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई आर्थिक व बेरोजगारी की दलदल में धंसते जा रहे है। आर्थिक तंगी के चलते उनके बच्चें भूखे सोने को मजबूर हो रहे है, लेकिन प्रदेश के मुखिया सिर्फ झूठा आश्वासन देकर उन्हे बरगलाने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो बढ़ती महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ने का काम कर रही है, वही पिछले सवा वर्ष से बेरोजगारी की मार झेल रहे बर्खास्त पीटीआई के मुंह से निवाला तक छीना जा रहा है। प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि पीटीआई के पेपर में हुए घोटाले की जांच आज तक भी नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खुद ही अपनी जीरो टोलरेंस की नीति पर प्रश्रचिह्न लगा रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि पीटीआई भती परीक्षा की जांच होनी चाहिए तथा बर्खास्त किए पीटीआई को फिर से बहाल करें, नहीं तो बर्खास्त पीटीआई प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन छेडने को मजबूर होंगे। मंगलवार को क्रमिक अनशन पर राजपाल यादव डीपीई, राजेश कुमार कितलाना, अनिल तंवर, अशोक कुमार कटारिया रहे। इस अवसर पर राज्य संयोजक राजेश ढ़ांडा, वरिष्ठ उपप्रधान विरेंद्र घणघस, जिला प्रधान महेंद्र सिंह श्योराण, राजेश सभ्रवाल, राजेश लांबा, भूप सिंह डीपीई, सुनील गोलपुरिया, रामबीर तिगड़ाना, मा. हरीश गोच्छी, जरनैल सिंह पीटीआई, बलजीत तालु, राजेश कितलाना, जिला महासचिव विनोद पिंकू सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।