भिवानी : प्रदेश सरकार की तानाशाही व चुप्पी ने 1983 परिवारों को धकेला बर्बादी की दलदल में : हसला

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पंकज सोनी, भिवानी :
देश व प्रदेश में अच्छे दिन लाने का वायदा कर सत्ता में आई सरकार में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी से लोगों के बुरे दिन शुरू हो गए है। आमजन महंगाई व बेरोजगारी की मार से इतने बुरी तरह से त्रस्त हो चुके है। वही पिछले सवा वर्ष से बेरोजगारी की मार झेलते हुए बर्खास्त पीटीआई भी अब दाने-दाने को मोहताज हो गए है। वही बची-कुची कसर बढ़ती महंगाई ने निकाल दी हैं। अपनी बहाली की मांग को लेकर पिछले 418 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई की सरकार द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जा रही है, जिसके विरोध में अब वे आर-पार की लड़ाई के मूढ में है। स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष पिछले 418 दिनों से जारी बर्खास्त पीटीआई के धरने को शनिवार को हसला ने समर्थन दिया। इस मौके पर धरने को संबोधित करते हुए हसला के जिला प्रधान अत्तर सिंह मलिक, हसला जिला उपप्रधान सत्यवान कोच, हसला प्रदेश उपप्रधान राजकुमार पंघाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की तानाशाही व चुप्पी ने आज बर्खास्त पीटीआई को बर्बादी के दलदल में धकेल दिया हैं। वही इतने लंबे समय विभिन्न तरीकों से सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने के बाद भी प्रदेश सरकार चैन की नींद सोई हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत पीटीआई की मांगों की ओर ध्यान देकर उन्हे बहाल करके आर्थिक तंगी के भंवर से बाहर निकालना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई की आर्थिक दशा इतनी दयनीय हो चुकी है कि अब उनके घर में खाने के भी लाले पडने लगे हैं। यही नहीं आर्थिक व मानसिक तनाव से गुजर रहे बर्खास्त पीटीआई असामयिक मौत का शिकार भी हो रहे है, जिसकी जिम्मेवार सिर्फ और सिर्फ प्रदेश सरकार है। इस मौके पर हसला पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक बर्खास्त पीटीआई की बहाली नहीं हो जाती, हसला भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष में साथ देंगा। उन्होंने कहा कि आज तक शिक्षा में ना तो कोई पक्का कर्मचारी और ना ही कोई कच्चा कर्मचारी नौकरी से हटाया नहीं गया, लेकिन 10 वर्षो की नौकरी पूरी करने के बाद भी पीटीआई को बर्खास्त कर दिया गया, यह फैसला शिक्षा विभाग पर कलंक लगा रहा है। उन्होंने चेतावानी भी दी यदि जल्द ही बर्खास्त पीटीआई बहाली नहीं हुई तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। शनिवार को क्रमिक अनशन पर विरेंद्र मान, विनोद वैद, दिलबाग जांगड़ा, जयभगवान रहे। वही धरने का संचालन विनोद सांगा ने किया। इस अवसर पर हसला से अशोक पहल, सतेंद्र मलिक, रविंद्र वैद, राजबीर कादियान, बिजेंद्र परिहार, एसकेएस से मा. सुखदर्शन सरोहा, राकेश कुमार, राजेश लांबा के अलावा राज्य संयोजक राजेश ढ़ांडा, महासचिव विनोद पिंकू, जरनैल सिंह पीटीआई, मुकेश शर्मा, कुलदीप शिमली, उदयभान, मदनलाल सरोहा, बलजीत तालु, सतीश यादव, राजेश कुमार, सुरेंद्र सिंह घुसकानी, राजपाल यादव, पवन बड़दू, अनिल तंवर आदि पीटीआई भी मौजूद रहे।