पंकज सोनी, भिवानी :
पहले सर्दी की मार झेली, फिर गर्मी के झपेड़े अब इन्द्रदेवता की बौछारों का सामना करते हुए बर्खास्त पीटीआई लगातार अपनी बहाली की मांग को लेकर धरनारत्त है। पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बीच भी बर्खास्त पीटीआई अपनी बहाली की मांग को लेकर धरनारत्त है, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना की बजाए लगातार अनसुना किए जा रही हैं। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर जारी बर्खास्त पीटीआई के धरने को संबोधित करते हुए अनिल तंवर पीटीआई ने कही। उन्होंने कहा कि अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई 399 दिनों से संघर्षरत्त है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बर्खास्त पीटीआई ने सर्दी की मार झेली, फिर गर्मी के झपेड़े झेले और बारिश के बीच भी अपनी बहाली की मांग को लेकर लगातार धरनारत्त है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी बहाली नहीं हो जाती, उनका धरना यू ही जारी रहेगा।
अनिल तंवर ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा किया था, लेकिन सत्ता में आने से बाद से ही भाजपा सरकार ने रोजगार देने की बजाए लोगों को बेरोजगार बनाने का काम किया है। उन्होंने भाजपा सरकार की वायदाखिलाफी व हठधर्मिता से आज हर वर्ग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के गलत नीति व निर्णयों की वजह से आज हर वर्ग सडकों पर बैठकर अपने हकों की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार को इसका कोई फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पीटीआई को समायोजित करने का वायदा कर अपना ही वायदा भूल चुके है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि आज पीटीआई की आर्थिक व मानसिक दशा काफी दयनीय हो चुकी है, इसीलिए प्रदेश सरकार पीटीआई को बहाल करें। सोमवार को क्रमिक अनशन पर बिजेंद्र चौहान, मदनलाल सरोहा, सुरेंद्र घुसकानी, दिलबाग जांगड़ा रहे। वहीं धरने की अध्यक्षता अनिल तंवर पीटीआई ने की। इस अवसर पर राज्य वरिष्ठ उपप्रधान विरेंद्र घणघस, जरनैल सिंह पीटीआई, विनोद पिंकू, प्रीत डीपीई, विनोद सांगा, सुरेंद्र खरक, उदयभान, सतीश यादव, राजपाल यादव, राजेश कितलाना, बलजीत तालु, विनोद वैद, रामफल बड़ेसरा, पंकज बड़ेसरा आदि पीटीआई मौजूद रहे।