पंकज सोनी, भिवानी: हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम में युवा जागृति एवं जन कल्याण ट्रस्ट व नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति के द्वारा नशा एक जहर है साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर 1 सप्ताह के दौरान 3 व्यक्तियों ने बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू व शराब का नशा छोड़ा है उनको पुलिस अधीक्षक के द्वारा सम्मानित किया गया तथा इस प्रकार के संकल्प अभियानों में लोगों को जागरूक कर रहे उन समाजसेवियों को भी मंच पर समापन समारोह में पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह व महंत चरण दास महाराज ने सम्मानित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि नशा एक मीठा जहर है और इससे हमें बचना और बचाना चाहिए। हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है, इस प्रकार के जागरूकता भरे कार्यक्रमों से ही हम लोगों को नशे से दूर रहने की नसीहत दे सकते हैं। कहा कि भिवानी जिले में लगातार उनके आने के बाद इस प्रकार के अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की धरपकड़ जारी है। जिसके चलते पुलिस को बड़ी कामयाबी भिवानी जिले में मिली है, पीछे दिनों में 60 किलो चरस पकड़ी गई तथा 5 माह में 400 किलोग्राम गांजा पकड़ा गया और अफीम सहित अन्य नशे की वस्तुएं पुलिस ने अपराधियों सहित बरामद की है। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह ने कहा कि गांजे व चरस की तस्करी हो रही है ,जिस पर उनका मुख्य फोकस है । इस प्रकार के अपराध पर उनका पूरा ध्यान है ।
उन्होंने कहा कि काफी अपराधी इस दुनिया में केवल नशे के आकर्षण व फैशन के कारण है। युवा वर्ग के शौख में नशा करना शुरू कर देता है फिर वह उसकी आदत बन जाता है और वही आदतें नशे करने वाले व्यक्ति को खुद पर कंट्रोल नहीं करने देती और न परिवार पर कंट्रोल करती और न धन पर कंट्रोल हो पाता है। जिसके चलते व्यक्ति अपनी पीढ़ी को तो खत्म करता ही है, लेकिन साथ में आने वाली पीढ़ी को भी बर्बाद कर देता है। इसलिए हमें नशे से दूर रहना चाहिए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सर्वे के अनुसार भारत में दो से तीन करोड़ व्यक्ति शराब का नशा करते हैं, 20 से 25 लाख गांजे का, 27 से 28 लाख अफीम के बिना नहीं रह सकते ,कहा कि बड़ा तबका जिसकी संख्या 50 से 55 लाख की है वह अनेक प्रकार के नशा में संलिप्त है। यही नहीं यहां तक कि कुछ सालों से स्कूल और कॉलेज के बच्चों में भी नशा तेजी से घर कर रहा है ।जिस पर अभीभावक का भी दायित्व बनता है कि वह अपने बच्चों पर ध्यान रखें,कि उसका बच्चा किस प्रकार की बीमारी से शिकार हो रहा है। क्योंकि नशा करने वाला व्यक्ति अनेक प्रकार की बुराई व बीमारियों में जकड़ा जाता है । इसलिए परिवार इस बात पर विशेष ध्यान रखें। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक बाल योगी महंत चरण दास महाराज ,आदर्श शिक्षण संस्थान के संचालक डॉ राजेश श्योराण, पीसीसीएआई के अध्यक्ष सुरेंद्र लोहिया, आरआईसीटी सेंटर के संचालक संजय कामरा व कार्यक्रम के सह संयोजक राष्ट्रीय युवा पुरस्कार अवॉर्डी अशोक कुमार भारद्वाज ने सात दिवसीय कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशे जैसी बुराई से हर समाज को दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बुराई व्यक्ति के शरीर को ही नहीं बल्कि परिवार और समाज को भी व्यक्ति से दूर कर देती है ।
उन्होंने कहा कि नशे जैसी बुराई पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग का बड़ा दायित्व बनता है ,तो वही साथ में समाज के लोगों का भी सबसे बड़ा दायित्व बनता है कि वह इस प्रकार की बुराई से अपने बच्चों को दूर रखें। उन्होंने कहा कि देश में नशे जैसी बुराई पर है चिंता और चिंतन करने की बहुत जरूरत है ,क्योंकि देश का बड़ा तबका जो युवाओं का है वह दिन प्रतिदिन अनेक प्रकार के नशे में संलिप्त हो रहे हैं और जब नशा उनके घर कर जाता है तो वह अनेक प्रकार के अपराधों में संलिप्त हो रहे हैं। इसलिए युवाओं को इस विस्फोट से बचाने के लिए देश के प्रत्येक नागरिक को एक पहल के साथ आगे आना होगा। समापन कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आरआई सीटी सेंटर के संचालक संजय कामरा, स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल की संचालिका सावित्री यादव,नशा विरोधी संगठन प्रदेश अध्यक्ष सुनील चौहान, जिला रेडक्रॉस से उप अधीक्षक जय भगवान शर्मा,पीसीसीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र लोहिया, आईसीएस कोचिंग सेंटर के संचालक रमेश बादल ,आदर्श शिक्षण संस्थान के संचालक डॉक्टर राजेश श्योराण, समाजसेवी राजकुमार सैनी ,नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भानु प्रकाश शर्मा, समाजसेवी पवन सैनी, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सैनी, वीरेंद्र श्योराण ,सुभाष यादव ,सत्यवीर रंगा दादरी ,सुशील गुप्ता ,जोगिंदर शर्मा, अरुण बजरंगी, कुलदीप कुमार,विजय सैन सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।