भिवानी : अब किसान आंदोलन लंबा नहीं चलेगा : ओपी चौटाला

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Omprakash Chautala arrived to support farmers at Kitlana toll
Omprakash Chautala arrived to support farmers at Kitlana toll

आज समाज डिजिटल, भिवानी :

किसान आंदोलन को लगातार मजबूती मिल रही है। भिवानी के कितलाना टोल पर किसानों को समर्थन देने पहुंचे ओमप्रकाश चौटाला ने दावा किया कि अब किसान आंदोलन लंबा नहीं चलेगा, क्योंकि जल्द ही सरकार को किसानों की मांगें माननी पड़ेगी। साथ ही चौटाला ऐलनाबाद से उपचुनाव लड़के व डिप्टी सीएम के आरोपो के सवालों को टाल गए। बता दें कि 10 वर्ष की सजा पूरी कर रिहाई के बाद पूर्व सीएम ओपी चौटाला पहली बार भिवानी पहुंचे थे। इस दौरान वे सीधे भिवानी-दादरी रोड़ स्थित कितलाना टोल पर जारी किसानों के धरने पर किसानों का समर्थन करने पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने अपने हकों के लिए किसानों की जागरूकता का गुणगान किया और किसानों की एकता की बदौलत जल्द जीत होने का दावा कर किसानों में नई उर्जा भरी।

इस दौरान पूर्व सीएम ओपी चौटाला ने कहा कि किसान आंदोलन अब और लंबा नहीं चलेगा, क्योंकि संसद में जारी मानसून सत्र में विपक्ष के दबाव के चलते सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी और कृषि कानून वापिस लेने पड़ेंगे। साथ ही हरियाणा में सरकार व किसानों के बीच टकराव पर ओपी चौटाला ने कहा कि सीएम मनोहरलाल का हैलीकाप्टर तक न उतरने देना, बताता है कि लोग इस सरकार से दुखी व परेशान हैं, जिसके चलते इस सरकार को त्यागपत्र देना ही पडेगा। वहीं ऐलनाबाद उपचुनाव लड़के के सवाल पर ओपी चौटाला ने कहा कि पार्टी जो फैसला लेगी वो उसका सम्मान करेंगे।

वहीं अपने पौत्र व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा उन पर किसान आंदोलन के नाम पर राजनीति करने के आरोपों पर कहा कि वो व्यक्ति विशेष के बयान का जवाब नहीं देंगे। साथ ही मंत्रीमंडल में विस्तार व सीएम बदले जाने की चचार्ओं पर ओपी चौटाला ने कहा कि ये काम सरकार का है, पर हम तो सरकार को ही बदलेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, पूर्व विधायक नरेश शर्मा, पूर्व विधायक ओमप्रकाश बड़वा, भिवानी जिला अध्यक्ष पंडित रवि महमिया, दादरी जिला अध्यक्ष विजय पंचगांव, सुनील लांबा, पूर्व विधायक धर्मपाल ओबरा, पूर्व विधायक रणवीर मंदोला, राज सिंह गागड़वास, डा. मंजीत ढूल, दादरी जिला प्रवक्ता संत श्यामकलां, दिलबाग चैयरमेन, कुलवंत कोंट, सत्यवान शास्त्री, सुबे सिंह अटेला, संजय श्योराण, इंदू परमार, अशोक ढाणी माहू सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।