पंकज सोनी,भिवानी:
प्रदेश सरकार ने पीटीआई को बर्खास्त करके ना केवल 1983 परिवारों को भूखा मारने का काम किया है, बल्कि प्रदेश के स्कूली स्तर के खिलाडिय़ों के भविष्य को भी अंधकार में धकेला है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष बहाली की मांग को लेकर पिछले 425 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के राज्य कार्यकारिणी सदस्य विनोद सांगा ने कही। इस दौरान धरनारत्त पीटीआई ने पीटीआई भर्ती परीक्षा में घोटाले की जांच की मांग भी की। शनिवार को धरने का संचालन सुरेंद्र खरक ने किया। धरने को संबोधित करते हुए विनोद सांगा ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश सरकार चारों तरफ खुशहाली व भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करती है, वही दूसरी तरफ स्कूली स्तर के खिलाडिय़ों को तैयार करने वाले पीटीआई को बर्खास्त कर 1983 परिवारों को भूखा मारने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 425 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई आर्थिक तंगी के चलते मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं, लेकिन अब भी प्रदेश सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि ओलंपियन खिलाडिय़ों ने भी माना है पीटीआई ही स्कूली स्तर के खिलाडिय़ों को तैयार करते है, जो कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम विश्व पटल पर चमकाते है।
इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार ने पीटीआई को बर्खास्त कर खिलाडिय़ों व देश के साथ अन्याय है। वही प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विनोद सांगा ने कहा कि आज तक पीटीआई के पेपर में हुए घोटाले की जांच भी नहीं हो पाई है। पीटीआई की परीक्षा में घोटाले के आरोपी आज तक जेल में है तथा उस परीक्षा में पास होने वाले पीटीआई को भी नौकरी से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खुद ही अपनी जीरो टोलरेंस की नीति पर प्रश्रचिह्न लगा रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि पीटीआई भती परीक्षा की जांच होनी चाहिए तथा बर्खास्त किए पीटीआई को फिर से बहाल करें, नहीं तो बर्खास्त पीटीआई प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन छेडऩे को मजबूर होंगे। शनिवार को क्रमिक अनशन पर विनोद कुमार, दिलबाग जांगड़ा, अनिल तंवर, उदयभान लोहिया रहे। इस अवसर पर राज्य वरिष्ठ उपप्रधान विरेंद्र घणघस, उपप्रधान राजपाल तंवर, जिला प्रधान सोमदत्त शर्मा, महासचिव विनोद पिंकू, जरनैल सिंह पीटीआई, भूपसिंह डीपीई, राजेश भुक्कल डीपीई, सुखदेव डीपीई, राकेश कुमार, संजय कुमार, सत्यवान, शिव कुमार बड़ाला, संजय परमार, उमेद सिंह, मनोज वैद, बलजीत तालु, सुरेंद्र सिंह घुसकानी, सतीश यादव, राजपाल यादव, राजेश कुमार कितलाना, मुकेश कुमार सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।