Bhiwani News : धरने के 15वें दिन एनएचएम कर्मचारियों ने ताली व थाली बजाकर सरकार को चेतान किया प्रयास

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On the 15th day of the strike, NHM employees tried to warn the government by clapping and banging plates
थाली बजाकर रोष जताते एनएचएम कर्मचारी।
  •  मणिपुर राज्य की तर्ज पर हरियाणा सरकार भी एनएचएम नियमित करे सरकार : एनएचएम कर्मचारी
(Bhiwani News) भिवानी। भिवानी के लघु सचिवालय के समक्ष जारी एनएचएम कर्मचारियों का धरना शुक्रवार को 15वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान एनएचएम कर्मचारियों ने थाली व ताली बजाकर रोष जताया तथा सरकार को उनकी मांगों के प्रति चेताने का प्रयास किया। इस दौरान एनएचएम कर्मचारियों के धरने को समर्थन करने संयुक्त किसान मोर्चा व जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सत्यजीत पिलानिया पहुंचे तथा एनएचएम कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वे उनके हकों की लड़ाई में कंधे से कंधा मलाकर साथ देंगे। बता दे कि एनएचएम कर्मचारी नियमितीकरण, 7वां वेतन आयोग, एलटीसी का भुगतान, मैडिकल लीव, कैशलेस बीमा, ईएल/सीएल, पुरानी तबादला नीति को लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा हरियाणा के बैनर तले पिछले 15 दिनों से धरनारत्त है। एनएचएम कर्मचारी सुधीर ने कहा कि कोरोना काल में जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को भगाने के लिए देशवासियों थाली बजवाई थी, उसी तर्ज पर एनएचएम कर्मचारियों ने सरकार को जगाने के लिए थाली बजाकर रोष जताया है।

जन्म प्रमाण पत्र से मृत्यु प्रमाण पत्र तक सभी सेवाएं ठप्प पड़ी

उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों से प्रदेश भर का एनएचएम कर्मचारी धरनारत्त है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से प्रदेश भर में स्वास्थय सेवाएं ठप्प पड़ी है। जन्म प्रमाण पत्र से मृत्यु प्रमाण पत्र तक सभी सेवाएं ठप्प पड़ी है। यही नहीं एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से मरीज दम तक तोड़ रहे है तथा यह सब सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण हो रहा है तथा भविष्य में आमजन को होने वाले स्वास्थ्य नुकसान की जिम्मेवारी भी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि मणिपुर राज्य में एक पॉलिसी बनाकर एनएचएम कर्मचारियों को पक्का किया गया है तो हरियाणा सरकार कर्मचारियों के प्रति अपनी जिम्मेवारी से पीछे क्यो हट रही है। उन्होंने कहा कि जब पांच वर्ष पहले के कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जा रहा है, लेकिन पिछले 27 वर्षो से सरकार की सेवा कर रहे एनएचएम कर्मचारियों को नियमितीकण के हक से वंचित क्यो रखा गया है। ऐसे में वे भी सरकार से मांग करते है कि उन्हे भी नियमित कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए।