Bhiwani News : लकड़ी माफिया बेखौफ कर रहे हैं लकड़ी की तस्करी, कच्चे रास्तों से आरा मशीनों तक पहुंच रही लकडिय़ा

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Bhiwani News : लकड़ी माफिया बेखौफ कर रहे हैं लकड़ी की तस्करी, कच्चे रास्तों से आरा मशीनों तक पहुंच रही लकडिय़ा
लोहारू में गांव के कच्चे रास्ते से गुजरती लकडिय़ों से भरी पिकअप गाड़ी।
  • मौत का काल बनकर बिना नंबर प्लेट के सरपट दौड़ रहे हैं पिकअप वाहन, हादसों का भय

(Bhiwani News) लोहारू। लोहारू व आसपास के क्षेत्र में हरी लकड़ी सप्लाई का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। सरकार द्वारा हरे पेड़ों की कटाई पर रोक के आदेशों के बावजूद धड़ल्ले से कटाई जारी है परंतु संबंधित विभाग आंखें मूंद कर बैठा हुआ है। सीमावर्ती राजस्थान राज्य से लोहारू के रास्ते प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हरी लकड़ी की तस्करी की जा रही है।

वन विभाग व प्रशासन द्वारा पिछले दिनों की गई कार्रवाई के बाद भी अवैध हरी लकड़ी माफिया के हौसले बुलंद हैं। यह पिकअप वाहन अल सुबह ही मौत का काल बनकर सरपट दौड़ने लगते हैं। मजे की बात है कि हर रोज लोहारू के रास्ते से दो दर्जन से अधिक पिकअप वाहन लोहारू थाने, पुलिस चौकी और वन एवं राजिक अधिकारी के कार्यालय के सामने से गुजर रहे हैं और इनमें से अधिकतर पर नंबर प्लेट नहीं लगी होती जो कहीं न कहीं बड़े हादसे का अंजाम देकर आसानी से बच निकलते हैं।

क्षेत्र के लोगों ने इन बेलगाम लकड़ी तस्करों पर लगाम लगाने की मांग की है

उल्लेखनीय है कि अल सुबह व सांय के समय नगर के विभिन्न मार्गो से पिकअप वाहनों में लदी लकड़ी की तस्करी का खेल शुरू हो जाता है तथा लकड़ी की तस्करी के माध्यम से इस कारोबार से जुड़े लोग न केवल प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंचा रहे है बल्कि सरकारी राजस्व की भी नुकसान हो रहा है। ध्यान रहे कि लोहारू व आसपास के क्षेत्र के साथ-साथ सीमावर्ती राजस्थान राज्य के गांवों से भी प्रतिदिन लकड़ी की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है।

बताया जाता है कि क्षेत्र के गांवों से यह लकड़ी सिंघानी, जुई, तोशाम की आरा मशीनों तक पहुंचाई जाती है जहां लकड़ी की अच्छी खासी मंडी है। इस कारोबार से जुड़े लोगों की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए कहा जा सकता है कि सक्रिय बेलगाम लकड़ी माफिया तो चंदन तस्कर वीरप्पन को भी मात देता प्रतीत हो रहे हैं। वन विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई के अभाव में माफिया के हौसले बुलंद है।

नगर में पुलिस थाने के सामने से गुजरने की बजाय तस्करी करने वालो ने नया रास्ता ढूंढ़ लिया

हरे पेड़ों को ठिकाने लगाकर माफिया के लोग रातों रात कीमती लकड़ी को तस्करी के जरिए दूसरे हिस्सों में पहुंचा रहे है वहीं आसपास के गांवों में आरा मशीनों पर भी इसे भेजा जा रहा है। नगर में पुलिस थाने के सामने से गुजरने की बजाय तस्करी करने वालो ने नया रास्ता ढूंढ़ लिया है, ये वाहन कस्बे के बाजार व पुराना शहर, फरटिया ताल, सोहासडा से होते हुए 132 केवी बिजली सब स्टेशन के पास से होते हुए दादरी मोड़ से सिंघानी की ओर पहुंचा है।

बिना किसी खौफ के प्रतिदिन सुबह सवेरे दर्जनों गाड़ियां लकड़ियों से भरी हुई नगर की सड़कों पर सरपट दौड़ती नजर आती है। क्षेत्र के सामाजिक संगठनों सहित गणमान्य लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि हरे पेड़ो की कटाई कर तस्करी करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि प्राकृतिक संपदा के नुकसान को रोका जा सके।

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