- 26 वर्ष बाद भी शहीद का दर्जा न मिलने पर परिजनों व ग्रामीणों का छलका दर्द
(Bhiwani News) लोहारू। गांव ढाणी रहीमपुर के सैनिक भोपाल सिंह की 26वीं पुण्यतिथि पर ग्रामीणों व सैनिक के परिजनों द्वारा उनके स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई व सैनिक भोपाल सिंह की शहादत को नमन किया गया। इस दौरान करीब 26 वर्ष बाद भी सैनिक भोपाल सिंह को शहीद का दर्जा नहीं मिलने सैनिक के परिजनों व ग्रामीणों का दर्द भी छलक उठा।
शहीद का दर्जा नहीं मिलने से ग्रामीणों व परिजनों में नाराजगी
हालांकि सरकार व प्रशासन ने गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय का नामकरण सैनिक भोपाल सिंह के नाम पर जरूर किया है लेकिन शहीद का दर्जा नहीं मिलने से ग्रामीणों व परिजनों में नाराजगी भी देखने को मिल रही है। सैनिक के भाई एडवोकेट आर.सी. काजला ने बताया कि सैनिक भोपाल सिंह 28 अक्टूबर 1985 में कोर ऑफ सिग्नल्स में भर्ती हुए थे।
12 फरवरी 1999 को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान अपने प्राण देश पर न्योछावर कर दिए थे
भोपाल सिंह 12 फरवरी 1999 को जम्मू कश्मीर के डोडा जनपद में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान देश रक्षा में अपने प्राण देश पर न्योछावर कर दिए थे। उन्होंने बताया कि हालांकि सैनिक भोपाल सिंह को पूरे सैनिक सम्मान के साथ विदाई दी गई थी लेकिन आज तक सरकार ने उसे शहीद का दर्जा नही दिया है। आरसी काजला ने बताया कि सैनिक भोपाल सिंह को मरणोपरांत तत्कालीन राष्ट्रपति के.आर. नारायण ने सेना मेडल से भी सम्मानित किया था।
बावजूद इसके सैनिक को आज तक शहीद का दर्जा नहीं मिला है। आरसी काजला ने बताया कि दो वर्ष पूर्व सरकार ने गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय का नामकरण सैनिक भोपाल सिंह के नाम पर जरूर कर दिया लेकिन सैनिक को शहीद का दर्जा देकर परिजनों के आंसू पोंछने का काम नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि वे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सेनाध्यक्ष, हरियाणा के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव सहित सभी कार्यालयों को लिख भी चुके हैं। सरपंच राकेश आर्य ने बताया कि पंचायत विभाग की गाइडलाइन के अनुसार शहीद भोपाल सिंह की समाधि स्थल का सौंदर्यीकरण करवाया जाएगा। इस मौके पर सरपंच राकेश आर्य, प्रभु दयाल, मनजीत काजला, भंवर सिंह शेखावत, जय सिंह शर्मा, विनोद शर्मा, उमेद काजला, नवदीप काजला, संतोष देवी, मंजू, आदि मौजूद रहे।
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